बिना दवा के कंट्रोल होगा डायबिटीज ब्लड शुगर लेवल, रोजाना खाएं मेथी
आजकल बहुत से लोग खराब जीवनशैली और खान-पान की गड़बड़ी के कारण मधुमेह से पीड़ित हैं। मधुमेह एक ऐसी समस्या है जिसमें शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या जो इंसुलिन पैदा करता है उसका प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं किया जाता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है।
मधुमेह 2 प्रकार के होते हैं –
टाइप 1 और टाइप 2 (टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज)। इसके अलावा, कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मधुमेह हो सकता है। आइए जानें टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बारे में-
प्रकार 1 मधुमेह (Type 1 Diabetes) –
टाइप 1 मधुमेह किसी भी उम्र में हो सकता है। यह छोटे बच्चों या किशोरों में पाया जाता है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है। यह शरीर को इंसुलिन बनाने से रोकता है। यानी शरीर में कोशिकाएं इंसुलिन बनाने वाली अग्नाशय की कोशिकाओं पर हमला करती हैं और उन्हें नष्ट कर देती हैं। टाइप 1 मधुमेह कम उम्र में या जन्म से भी हो सकता है।
टाईप 2 मधुमेह (Type 2 Diabetes) –
टाइप 2 डायबिटीज के कई कारण हो सकते हैं। मोटापा, उच्च रक्तचाप और खराब जीवनशैली इसके प्रमुख कारण हैं। इससे शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम हो जाता है। इसमें या तो शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है या शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति संवेदनशील नहीं होती हैं। टाइप 2 मधुमेह वयस्कों में अधिक आम है।
अगर आप टाइप-2 डायबिटिक हैं तो भी आज हम आपको उसी पदार्थ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल (ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल) रहता है। हम बात कर रहे हैं मेथी की। मेथी के बीज रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकते हैं।
मेथी के बीज में फाइबर और अन्य रसायन होते हैं जो शरीर में कार्बोहाइड्रेट और शर्करा के अवशोषण को कम करके पाचन को कम करने में मदद करते हैं। मेथी के दानों के सेवन से शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। कुछ अध्ययनों में मेथी को सेहत के लिए काफी फायदेमंद (स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मेथी) पाया गया है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में मधुमेह के इलाज के लिए मेथी का परीक्षण किया गया।
टेस्ट में मेथी की रोटी का इस्तेमाल किया गया और देखा गया कि मधुमेह रोगियों के लिए मेथी कितनी फायदेमंद है।
मेथी की रोटी खाने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को कम करने के लिए दिखाया गया है।
इसके लिए कुछ मधुमेह रोगियों को 5 ग्राम मेथी वाली रोटी के दो टुकड़े दिए गए।
मेथी की रोटी खाने के बाद लगातार 4 घंटे तक उनका ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन चेक किया गया।
वहीं, एक और परीक्षण किया गया, जिसमें मधुमेह रोगियों को एक सप्ताह के लिए सामान्य रोटी और एक सप्ताह के लिए मेथी की रोटी दी गई।
शोध से पता चला है कि मेथी की रोटी खाने से इन लोगों के ग्लूकोज और इंसुलिन में बदलाव देखने को मिला।
यह पाया गया है कि मेथी की रोटी इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में फायदेमंद होती है।
यह भी पाया गया कि मेथी का सेवन भोजन में इंसुलिन प्रतिरोध को कम कर सकता है,
जो टाइप 2 डायबिटीज की समस्या को खत्म कर सकता है।
ऐसे ही एक अध्ययन में पाया गया कि 10 ग्राम मेथी के दानों को गुनगुने पानी में भिगोने से टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक मेथी के बीज ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।
(अस्वीकरण : हम इस लेख में निर्धारित किसी भी कानून, प्रक्रिया और दावों का समर्थन नहीं करते हैं। उन्हें केवल सलाह के रूप में लिया जाना चाहिए।
ऐसे किसी भी उपचार/दवा/आहार को लागू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।)