आंवला कब और कैसे खाना चाहिए किन लोगो को खाना चाहिए और किन लोगों को नहीं खाना चाहिए आंवला
सर्दी के मौसम में आंवले की फसल तैयार होती है. इसलिए सर्दी में आंवले की कोई कमी भी नहीं होती. आंवले में संतरे से 20 गुना ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है. इसके अलावा सर्दी में आंवले का सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करता है. भारत में आंवले से कई तरह की चीजें बनाकर खाई जाती है. इतने सारे ओषधीय गुण के कारण आंवला हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है लेकिन इतने सारे गुण होने के बावजूद कुछ लोगों को आंवला के सेवन से नुकसान हो सकता है. आइए जानते हैं किन परिस्थितियों में आंवले से नुकसान हो सकता है.
आंवले का सेवन इन स्थितियों में नहीं खाना चाहिए आंवला
हाइपएसिडिटी
टीओआई की खबर के मुताबिक कई अध्ययनों में कहा गया है कि छाती की जलन में आंवला फायदा पहुंचाता है. लेकिन हाइपरएसिडिटी वाले मरीज में आंवला नुकसान पहुंचा सकता है. खाली पेट आंवला खाने से पेट में दर्द और एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
खून से संबंधित समस्या
अगर खून से संबंधित कोई बीमारी है, घाव है या स्किन पर कहीं कट गया तो आंवला का सेवन न करें. क्योंकि आंवला में एंटीप्लेटलेट्स गुण होता है यानी यह खून को पतला कर देता है.
सर्जरी में आंवला वर्जित
अगर सर्जरी हुई हो तो आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि ज्यादा आंवले के सेवन से ब्लीडिंग का जोखिम रहता है. इसलिए सर्जरी के दो सप्ताह तक आंवला नहीं खाने की सलाह दी जाती है.
लो ब्लड शुगर
कुछ अध्ययनों में पाया गया कि आंवला ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मददगार है. इसलिए जिसे लो ब्लड शुगर की समस्या है उसे आंवला नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे शुगर लेवल और कम हो सकता है.
प्रेग्नेंसी में
प्रेग्नेंसी में भी आंवला नहीं खाने की सलाह दी जाती है. आंवला का अत्यधिक सेवन पेट दर्द, डायरिया और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है. इसलिए गर्भवती और दूध पिला रही मां को आंवले की मनाही है.