तांबे के बर्तन में रखा पानी फायदे की जगह कर सकता है नुकसान, जानिए क्यों
आजकल लोग कांच या स्टील के बर्तनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। हालाँकि, एक समय था जब लोग तांबे के बर्तन में पानी और खाना बनाते थे और इसलिए दादा-दादी जैसे बुजुर्ग आज भी युवा पीढ़ी को यही सलाह देते हैं। तांबे के बर्तन में खाने और पानी पीने के भी कई फायदे होते हैं, हालांकि तांबे के बर्तन का पानी पीना भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। तांबे के बर्तन में पानी पीना फायदेमंद होता है लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से नुकसान भी हो सकता है। हालांकि कुछ लोगों के लिए यह चीज फायदेमंद साबित हो सकती है। तो आइए जानते हैं तांबे के बर्तन का पानी क्यों नहीं पीना चाहिए।
किन लोगों को तांबे के बर्तन का पानी नहीं पीना चाहिए?
आयुर्वेद में कहा गया है कि दस्त, उल्टी, मतली, गैस, सिरदर्द, सूजन या रक्तस्राव जैसी किसी भी गंभीर समस्या से पीड़ित व्यक्ति को तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से बचना चाहिए। यह आपकी हालत को और खराब कर सकता है।
विदेशों में कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि दिन में तांबे के बर्तन में दो या तीन गिलास पानी पीना चाहिए। इससे अधिक मात्रा में तांबे के बर्तन का पानी पीने से परेशानी हो सकती है। तांबे के बर्तन में अधिक मात्रा में सेवन करने पर लीवर की समस्या भी हो सकती है