बच्चों में बढ़ रही मोटापे की समस्या, इस तरीके को अपनाने से मिलेगी राहत
खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है। चिंताजनक बात यह है कि बच्चे भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं। सीडीसी के मुताबिक, पिछले 30 सालों में बचपन का मोटापा दोगुना हो गया है। वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन का कहना है कि 2030 तक भारत में 2 करोड़ से ज्यादा बच्चों पर मोटापे का खतरा है। विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों में मोटापे का मुख्य कारण खराब जीवनशैली और खान-पान है।
बच्चे ज्यादातर जंक फूड या पैकेज फूड खाना पसंद करते हैं। कोरोना महामारी के बाद बच्चों में व्यायाम या शारीरिक गतिविधियां करने में रुचि कम हो रही है। लंबे समय तक घर में रहने से बच्चों में भी मोटापा बढ़ रहा है। बच्चों में मोटापा कई बीमारियों को जन्म देता है। बाल रोग विशेषज्ञ – डॉ. अक्षय कुमार ने कहा कि मोटापे के कारण बच्चों को हृदय रोग, मधुमेह या अस्थमा जैसी बीमारियां हो सकती हैं। यह समस्या ज्यादातर 8 से 14 साल के बच्चों में देखी जाती है। इसके लिए माता-पिता को अपने बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
ऐसे में रखें बच्चों की सेहत का ख्याल
बच्चों को हेल्दी खाना खिलाएं। उन्हें पौष्टिक खाना खिलाएं। इसके लिए अनाज, हरी सब्जियां, मौसमी फल, दालें और दूध को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। बच्चों की डाइट में कार्बोहाइड्रेट और फैट की मात्रा कम से कम रखें और उन्हें हाइड्रेटेड भी रखें। शरीर को हाइड्रेट रखना है तो पानी पीना बहुत जरूरी है। इसके लिए उन्हें स्कूल जाते समय या बाहर जाते समय पानी की बोतल देनी चाहिए। बच्चों को जंक फूड खाने की सलाह न दें। इसके अलावा उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय बनाना भी जरूरी है और इसके लिए उन्हें रोजाना खेलने के लिए बाहर भेजें।
अपर्याप्त नींद से भी वजन बढ़ सकता है
जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो भूख बढ़ाने वाले हार्मोन में बदलाव होते हैं। बच्चों को रोजाना कम से कम 8 घंटे सोना चाहिए। पर्याप्त नींद न लेने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं ऐसे में बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से हर रात कम से कम 8 से 14 घंटे की नींद की जरूरत होती है। नींद पूरी न होने से और भी कई समस्याएं हो सकती हैं