विटामिन डी की कमी से परेशान हैं कई लोग, इस तरह दूर होगी समस्या
डॉक्टरों का कहना है कि खान-पान की गलत आदतें भी विटामिन डी की कमी का कारण बनती हैं। विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका सूरज की रोशनी है। लेकिन आज के दौर में ज्यादातर समय लोग फोन या कंप्यूटर पर बिताते हैं। इसलिए उन्हें पर्याप्त धूप नहीं मिलती
देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा विटामिन की कमी से ग्रस्त है। इनमें से सबसे आम है विटामिन डी की कमी। इसकी कमी 18 से 40 साल की उम्र के लोगों में भी देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इस आयु वर्ग के लोग धूप से बहुत बचते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि सूरज की रोशनी हमारे शरीर में विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आर.पी. सिंह कहते हैं, लगभग 50 से 90 प्रतिशत विटामिन डी सूरज की रोशनी और अन्य खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। एक किशोर को 600 आईयू विटामिन डी की आवश्यकता होती है। लेकिन शोध से पता चला है कि ज्यादातर लोगों में इस मानक का स्तर बहुत कम होता है। डॉ. के अनुसार विटामिन डी प्राप्त करने के लिए सूर्य का प्रकाश सर्वोत्तम उपाय है। लेकिन आज के दौर में ज्यादातर समय लोग फोन या कंप्यूटर पर बिताते हैं। ऐसे में उन्हें पर्याप्त धूप नहीं मिल पाती है। वहीं रोजाना धूप लेने से कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द, कैंसर और टीबी जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
खान-पान का ध्यान न रखना भी एक कारण
डॉ। आर.पी. बताते हैं कि खान-पान की गलत आदतें भी विटामिन डी की कमी का कारण बनती हैं। लोगों को ऐसी चीजें खाने की कोशिश करनी चाहिए जिनमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन हो। पनीर, अंडे, हरी सब्जियां, दूध से शरीर को विटामिन मिलते हैं। कोशिश करें कि इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें। डॉ। उन्होंने कहा कि शरीर में विटामिन डी की कमी से हड्डियां और दांत कमजोर हो जाते हैं। बच्चों में इस विटामिन की कमी से रिकेट्स भी हो सकता है। कई लोगों में विटामिन डी की कमी से मांसपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं।
इस समय धूप लें
डॉ. के अनुसार सुबह के समय धूप लेना ज्यादा फायदेमंद होता है। दोपहर का सूरज नहीं लेना चाहिए। इस समय तेज धूप के कारण आपकी त्वचा जल सकती है। अगर आपको गर्मी या पसीना आता है तो ज्यादा देर तक धूप में न बैठें।