किचन में रखे दांतों में सड़न का इलाज, अपनाएं ये टिप्स और घरेलू उपाय
आजकल गलत खान-पान की वजह से दांतों में साधारण और दर्द होना आम बात हो गई है। अधिकांश बच्चे यह भी पाते हैं कि उनके दांत कम उम्र में ही सड़ने लगते हैं। हमेशा देखा गया है कि एक बार कैविटी की समस्या हो जाने पर उसे ठीक करना बहुत मुश्किल हो जाता है। कई बार यह समस्या इस हद तक बढ़ जाती है कि दांत निकालने की बारी आ जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा बताए गए कुछ घरेलू उपचार दांतों की कैविटी से छुटकारा दिलाने में मददगार होते हैं।
ऐसे करें दांतों की कैविटी को रोकें
जब दांत में दर्द होने लगता है तो दर्द सहना बहुत मुश्किल हो जाता है। दांतों की सड़न का अगर समय पर इलाज न किया जाए तो दांत अंदर से खोखले हो जाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सामान्य टूथपेस्ट की जगह लौंग के तेल का इस्तेमाल किया जाए तो दांत दर्द की समस्या दूर हो जाएगी। इसके लिए लौंग के तेल को ऊन की मदद से दांतों पर लगाना होता है। बता दें कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो दांतों की सड़न को कम करते हैं।
भारत में ज्यादातर घरों में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। इम्युनिटी बढ़ाने के साथ-साथ लहसुन में एंटी-कैविटी प्रभाव होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि लहसुन के छोटे-छोटे टुकड़े दांतों की कैविटी पर रखने से आराम मिलता है।
दांतों की कैविटी को दूर करने में भी अमरूद की पत्तियां काफी असरदार होती हैं। इसका उपयोग माउथवॉश की तरह ही किया जाता है। अमरूद के पत्तों से माउथवॉश बनाने के लिए आपको बस इतना करना है कि पत्तियों को धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें, फिर उन्हें पानी में उबाल लें और इस पानी को रोजाना माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आपके दांत का दर्द दूर हो जाएगा और कैविटी ठीक होने लगेगी।