अनियंत्रित मधुमेह की समस्या से इन अंगों को हो सकता है गंभीर नुकसान, ऐसे लक्षणों को न करें नजरअंदाज
अनियंत्रित मधुमेह की समस्या से इन अंगों को हो सकता है गंभीर नुकसान, ऐसे लक्षणों को न करें नजरअंदाज
मधुमेह वर्तमान में पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य चुनौती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे ‘साइलेंट किलर’ बीमारी की श्रेणी में रखते हैं। मधुमेह शरीर में कई अन्य बीमारियों के खतरे को भी बढ़ा सकता है, यही कारण है कि सभी लोगों को इस बीमारी के प्रति विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अगर इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया और मधुमेह का स्तर बहुत ज्यादा हो जाता है तो इससे कई अन्य अंगों के गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यही कारण है कि जो लोग सामान्य उपायों से अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं उन्हें इंसुलिन के इंजेक्शन देने पड़ते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अनियंत्रित मधुमेह गुर्दे, हृदय, रक्त वाहिकाओं, आंखों, पैरों, नसों, यकृत और यहां तक कि आपके फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए नियमित रक्त शर्करा के स्तर की जांच करने और इसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल लगातार बढ़ रहा है तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। यह स्थिति आपके लिए बहुत हानिकारक हो सकती है। आइए आगे की स्लाइड्स में जानते हैं किन अंगों को है अनियंत्रित डायबिटीज से सबसे ज्यादा खतरा?
मधुमेह का किडनी पर प्रभाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मधुमेह गुर्दे की बीमारी और गंभीर मामलों में गुर्दे की विफलता का कारण बन सकता है। अनियंत्रित मधुमेह गुर्दे में रक्त वाहिकाओं के समूहों को नुकसान पहुंचा सकता है। यह गुर्दे में रक्त के प्रवाह को बाधित करता है, जिससे विषाक्त पदार्थों का निर्माण होता है। मधुमेह के कारण गुर्दे में कीटोन का स्तर बढ़ जाता है। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो यह गुर्दे की विफलता का कारण बन सकता है।
दृष्टि जा सकती है
अनियंत्रित मधुमेह के कारण होने वाली आंखों की समस्या काफी आम मानी जाती है। मधुमेह आपकी आंखों की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे दृष्टि संबंधी समस्याएं या अंधापन हो सकता है। इसलिए आपके ब्लड शुगर की स्थिति की नियमित मैपिंग और समय-समय पर आंखों की जांच कराना महत्वपूर्ण है। डायबिटीज के मरीजों को आंखों की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
मधुमेह के कारण हृदय रोग के मामले
जैसे-जैसे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है, यह आपकी रक्त वाहिकाओं की दीवारों से चिपकना शुरू कर देता है। यह स्थिति शरीर के अन्य भागों के साथ-साथ हृदय और मस्तिष्क को ऑक्सीजन युक्त रक्त की आपूर्ति को प्रभावित करती है। मधुमेह रक्त वाहिकाओं में वसा के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। मधुमेह को नियंत्रित कर इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
पैर और पैर की उंगलियां काली दिखाई देती हैं
मधुमेह के रोगियों को अपने पैरों की देखभाल करने और उन्हें साफ रखने की जरूरत है। डायबिटीज की समस्या पैरों को गंभीर नुकसान पहुंचाती है। मधुमेह से संबंधित तंत्रिका क्षति आपके पैरों में रक्त परिसंचरण को प्रभावित कर सकती है, जिससे कोशिका क्षति हो सकती है। बिगड़ा हुआ रक्त प्रवाह भी घावों या संक्रमणों को ठीक करना मुश्किल बनाता है। इन स्थितियों में, पैर या पैर की उंगलियां काली हो सकती हैं, जिसके लिए गंभीर मामलों में विच्छेदन की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए मधुमेह को नियंत्रित करना इतना महत्वपूर्ण है।