डायबिटीज में स्मोकिंग करने वाले को है दोगुना है खतरा, पढें पूरी जानकारी
जीवनशैली नियंत्रित में न रहने के कारण कई सारी दिक्कते पैदा हो सकती है. तम्बाकू का प्रयोग इसमें भी शामिल है. विशेषज्ञ इसके कारण डायबिटीज जैसे बीमारियो का गंभीर खतरा बता रहे है.
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स्मोकिंग से टाइप -2 डायबिटीज का खतरा
पिछले कुछ सालो में डायबिटीज के मरीजो की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है.
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण खानपान और जीवनशैली में बदलाव है. शराब और सिगरेट जैसी चीजे आसानी से लोगो की जिन्दगी में जगह बना रही है | इसमें शौक के अलावा स्ट्रेस और दिमागी उलझनो की वहज से पड़ने वाली शराब और तम्बाकू की लत भी शामिल है.
टाइप -2 डायबिटीज का खतरा
सिगरेट पिने वालो को नॉनस्मोकर्स की तुलना में टाइप – 2 डायबिटीज का खतरा 30 – 40 प्रतिशत तक अधिक हो सकता है और जो डाइबिटीक लोग सिगरेट पीते है. दवाईयो के बावजूद उन्हें डायबिटीज को कण्ट्रोल करने में परेशानी आती है.
डायबिटीज के शिकार सिगरेट पिने वाले को और भी गंभीर समस्याएँ हो सकती है जिनमे शामिल है –
- हार्ट और किडनी डिसीज
- पैरो में ठीक से खून का बहाव न हो पाना जिसकी वजह संक्रमण या अल्सर जैसी समस्या का पनपना
- रेटिनोपैथी
- पेरिफेरल न्यूरोपैथी का होना आदि
इन बातो पर गौर करे
सबसे पहले सिगरेट तम्बांकू से दुरी बनाने की पूरी कोशिश करे. अगर वजन ज्यादा है.
तो अपने वजन पर कण्ट्रोल करे. डाइट में पोषक चीजो मी मात्रा बढाए और अधिक फैट वाले भोजन से दुरी बनाए. अगर डायबिटीज है तो डॉक्टर की बताई हुई दवाईयो का सेवन करे और समय समय पर जाँच करवाए. फिसिकली एक्टिव रहे और भरपूर जिन्दगी जिए.