अस्थमा के मरीज है तो एक बार जरूर पढ़े, बचाव के लिए करें डाइट में बदलाव
आयुर्वेद के मुताबिक अस्थमा से बचने के लिए कुछ आसान और सरल उपाय अपनाए जा सकते है:
उपाय:
- परफ्यूम, डियो से परहेज करें|
- छींकते समय रुमाल का प्रयोग करें|
- जुखाम में लापरवाई ना बरते|
- धूल-मिट्टी, रुई, पक्षियों के पंख और जानवरो के बालो के संपर्क में आने से बचें|
- सभी प्रकार के सक्रमण से बचें|
- फूलो के परागकणों को सांस के साथ अन्दर जाने से रोकें|
खाने में ध्यान रखने योग्य बाते:
- मोटे पिसे आटे की रोटियां, दलिया की खिचड़ी लाभदायक है|
- आयुर्वेद के मुताबिक अस्थमा में हल्का और जल्दी पचने वाला भोजन जैसे मूंग, मसूर की दाल ले|
- अदरख, सोया, टिंडे का भोजन में अधिक से अधिक प्रयोग करें|
व्यायाम और योग से बचाव संभव:
- स्थायी रूप से अस्थमा को दूर रखने के लिए रोगी को दिन रात ज्यादा से ज्यादा श्वांस योग करना होगा|
- दायां स्वर या सूर्य स्वर (अर्थात दाहिने नथुने से सांस का निकलना) चलाने का अभ्यास करना चाहिए, जैसे सुबह उठते समय, रात्रि सोते समय।
- सूर्य स्वर कफशामक होने के साथ जठराग्निवर्धक भी है जिससे दमा शांत होता है।
- यदि भोजन भी स्वर शास्त्र के नियमानुसार किया जाए तो निश्चय दमे का रोग नष्ट हो जाता है।