कोलन कैंसर: युवाओं में कोलन कैंसर का खतरा 7 लक्षणों को कभी नज़रअंदाज न करें
क्या आपके पेट में दर्द है? मल में खून या कब्ज की शिकायत? तो सावधान रहो! यह कोलन कैंसर की शुरुआत है। अक्सर कई लोग पेट से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना आपको महंगा पड़ सकता है, क्योंकि कई मामलों में पेट से जुड़ी ऐसी समस्याएं कोलन कैंसर का कारण बन सकती हैं। यह कैंसर मलाशय में होता है।
गलत खान-पान और खराब जीवनशैली के कारण कोलन कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में ये लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज की जरूरत होती है. आइए जानें कि ज्यादातर युवा इस बीमारी से क्यों पीड़ित हैं और इसके लक्षण क्या हो सकते हैं।
कोलन कैंसर होने का कोई विशेष कारण नहीं है, जो लोग कब्ज, अल्सरेटिव कोलाइटिस (अक्सर पेट दर्द) से पीड़ित होते हैं उनमें कोलन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
कोलन कैंसर दो प्रकार का होता है, एक बाएं तरफ का कैंसर और दूसरा दाएं तरफ का कैंसर। लेफ्ट साइड कैंसर के लक्षणों की बात करें तो पेट में दर्द और मलाशय से खून आना, उल्टी या थकान न होना, जबकि राइट साइड कैंसर में थकान, कमजोरी और एनीमिया की समस्या देखने को मिलती है। कई मामलों में ये कैंसर आनुवंशिक भी होते हैं। यह कैंसर आंत में ट्यूमर से शुरू होता है। अगर समय पर इस ट्यूमर का पता चल जाए तो मरीज का इलाज आसानी से हो जाता है।
चलो समय विषाक्तता पर बात करते हैं
नया शोध यह समझने की कोशिश करता है कि कैंसर के मरीज स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के साथ बातचीत करने में कितना समय बिताते हैं और हम नियुक्तियों को और अधिक कुशल कैसे बना सकते हैं ताकि मरीज दोस्तों और परिवार के साथ रह सकें।
हमारा विवरण यहां पढ़ें: pic.twitter.com/OxtK5atwBk
– कोलन कैंसर गठबंधन (@ColonCancerCoal) 26 मई 2023
युवाओं को अधिक खतरा है
कोलन कैंसर युवाओं को अपना शिकार बना रहा है। बूढ़े लोगों की तुलना में युवा लोगों में इसका इलाज करना बहुत मुश्किल होता है। अक्सर यह कैंसर 45 साल की उम्र के बाद होता है, लेकिन अब यह धीरे-धीरे 35 साल तक के लोगों को प्रभावित कर रहा है।
कोलन कैंसर के लक्षण
बार-बार मल त्याग में परिवर्तन, जैसे कब्ज, दस्त, मल के रंग में परिवर्तन।
मल में खून आना या मल काला होना
मलाशय से रक्तस्राव
पेट में लगातार परेशानी, जैसे ऐंठन
गैस और पेट दर्द
खाना न खाने पर भी पेट भरा हुआ महसूस होता है
थकान या कमजोरी
पेट से जुड़ी समस्याएं किसी भी बीमारी का सबसे बड़ा कारण हो सकती हैं, साथ ही गलत खान-पान भी। इसलिए सबसे जरूरी है कि आप अपने खान-पान का ध्यान रखें। भोजन में चीनी, नमक और आटे का कम प्रयोग करें। जंक फूड और मसालेदार भोजन से बचें। अपने आहार में फल, हरी सब्जियां, फाइबर और प्रोटीन को जरूर शामिल करें। इसके अलावा शराब और धूम्रपान का सेवन न करें। मोटापे से बचें और रोजाना व्यायाम करें।