सर्दियों के मौसम में हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ इन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है
सर्दी सबको प्यारी होती है। ठंड के मौसम में उमस और गर्मी से राहत मिलती है और ठंडी हवा और हल्की धूप मन-मस्तिष्क को शांत करती है। हालांकि सर्दी अपने साथ न केवल ठंडी हवाएं लेकर आती है बल्कि इस दौरान कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ा देती है। सर्दी में सर्दी, बुखार जैसी साधारण समस्याओं से लेकर उच्च रक्तचाप और गठिया जैसी बड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं। अगर इस मौसम में अपनी सेहत, जीवनशैली और खान-पान का ध्यान नहीं रखा जाए तो ये समस्याएं गंभीर रूप भी ले सकती हैं। आइए जानें कौन सी बीमारियां सर्दियों की खुशियों को मुसीबत में बदल सकती हैं।
उच्च रक्तचाप
सर्दियों में त्वचा के रोमछिद्र सिकुड़ जाते हैं, साथ ही रक्त वाहिकाएं भी संकरी हो जाती हैं, जिससे हृदय को रक्त संचार के लिए उच्च दबाव लगाना पड़ता है। नतीजतन हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
सर्दी जुकाम
सर्दियों में खांसी, जुकाम, बुखार, डायरिया और निमोनिया जैसे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस दौरान ठंड से बचें और समस्या बिगड़ने पर डॉक्टर से मिलें।
शुष्क त्वचा
ठंडी हवाएं और गर्म फुहारें आपकी त्वचा पर भारी पड़ सकती हैं। यही वजह है कि सर्दियों में रूखी त्वचा, खुजली, फटी त्वचा और हाथ-पैर आम हो जाते हैं। इससे बचाव के लिए क्रीम और लोशन का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
मोटापा
अक्सर ठंड के मौसम में वजन बढ़ने की समस्या आम हो जाती है। यह समस्या अस्वास्थ्यकर भोजन के सेवन और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होती है।
गठिया
ठंड के मौसम में कभी-कभी धूप कम पड़ जाती है, जिससे शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, साथ ही शारीरिक गतिविधियों में कमी, बैरोमीटर के दबाव में बदलाव, ठंड और उमस भरे मौसम में भी गठिया हो सकता है।
डिप्रेशन
कभी-कभी सर्दी की कड़कड़ाहट एकाकीपन में बदल जाती है। दोस्तों के संपर्क में कमी, पतझड़ का मौसम और रोशनी की कमी डिप्रेशन जैसी स्थिति पैदा कर सकती है।