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चेहरे पर ब्लड सर्कुलेशन की समस्या के लक्षण जाने ब्लड सर्कुलेशन का इलाज कैसे करें

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शरीर के सभी अंगों को ठीक से काम करने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त की आवश्यकता होती है। शरीर की प्रणाली ऐसी है कि सिर से पैर तक छोटी कोशिकाओं में लगातार रक्त संचार होता रहता है। रक्त में पोषक तत्वों और ऑक्सीजन की मात्रा अंगों और ऊतकों को स्वस्थ रखने और विभिन्न रोगों (रक्त परिसंचरण समस्या लक्षण) को कम करने में विशेष भूमिका निभाती है।

वहीं अगर यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है तो इससे कई तरह की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। कुछ मामलों में, इससे गंभीर और जानलेवा समस्याएं हो सकती हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे कई कारक हैं जो आपके शरीर के सामान्य रक्त परिसंचरण को प्रभावित कर सकते हैं। धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल (धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल) जैसी समस्याएं इसके प्रमुख जोखिम कारक माने जाते हैं। वहीं लोगों की बढ़ती लाइफस्टाइल की वजह से सर्कुलेटरी प्रॉब्लम भी सामने आ रही है। जानकारों के मुताबिक अगर ब्लड सर्कुलेशन में खराबी आ जाती है तो शरीर में कई ऐसे लक्षण होते हैं, जिन पर अगर समय रहते ध्यान दिया जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है (ब्लड सर्कुलेशन प्रॉब्लम लक्षण चेहरे पर)।

रक्त परिसंचरण के सामान्य लक्षण:

शरीर के उन क्षेत्रों में दर्द, सुन्नता, झुनझुनी या सर्दी हो सकती है जहां रक्त परिसंचरण बिगड़ा हुआ है। इससे जुड़ी समस्याएं पैरों, हाथों और उंगलियों में ज्यादा होती हैं। यदि अप्रबंधित छोड़ दिया जाता है, तो वे भटक सकते हैं और सही मार्ग खो सकते हैं। इसलिए सभी लोगों को इससे जुड़े लक्षणों (ब्लड सर्कुलेशन प्रॉब्लम लक्षण) पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।

लक्षणों से सावधान रहें:

सर्कुलेटरी प्रॉब्लम के लक्षण आपके चेहरे पर आसानी से महसूस किए जा सकते हैं। ऐसे में आमतौर पर चेहरे की रंगत खराब होने लगती है। सबसे आम लक्षण चेहरे पर काले धब्बे, बार-बार मुंहासे और समय से पहले झुर्रियां पड़ना हैं। कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी ऐसे लक्षण पैदा कर सकती हैं, इसलिए समय पर डॉक्टर से संपर्क करना और स्थिति के लिए उचित निदान और उपचार प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है।

जानिए ब्लड सर्कुलेशन डिसऑर्डर के लक्षण:

चेहरे के साथ-साथ शरीर के अन्य हिस्सों पर भी आसानी से देखा जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार परिसंचरण संबंधी समस्याएं किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए सभी को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

चलते समय मांसपेशियों में दर्द या कमजोरी महसूस होना।

महसूस होने पर पिन और सुइयां त्वचा को छेदती हैं।

त्वचा का रंग पीला पड़ना या मुड़ना।

ठंडी, सुन्न उंगलियां।

छाती में दर्द।

शरीर में सूजन।

नसों की सूजन।

एक स्वस्थ आहार की आवश्यकता है:

उपचार प्रक्रिया इस बात पर आधारित होती है कि संचार संबंधी समस्या शरीर के किस हिस्से में है और यह कितनी गंभीर है। यदि आवश्यक हो तो डॉक्टर आमतौर पर दवा या सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। छाती में अवरुद्ध रक्त वाहिकाओं को खोलने के लिए सर्जरी (एंजियोप्लास्टी) आवश्यक हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार धूम्रपान से परहेज कर नियमित व्यायाम, स्वस्थ खान-पान और वजन घटाने से बचा जा सकता है।

(अस्वीकरण : हम इस लेख में निर्धारित किसी भी कानून, प्रक्रिया और दावों का समर्थन नहीं करते हैं।
उन्हें केवल सलाह के रूप में लिया जाना चाहिए। ऐसे किसी भी उपचार/दवा/आहार को लागू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।)

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