किसके हाथो हुई थी, भगवान श्री कृष्ण की मृत्यु और क्यों
जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि भगवान विष्णु ने त्रेता युग में रावण का संघार करने के लिए राम का अवतार लिया था वही द्वापर युग में अधर्म का विनाश करने के लिए श्री कृष्ण का अवतार लिया।
जैसा कि आप सब लोगों को पता है कि जो पृथ्वी पर जन्म लेता है उसका मृत्यु होना संभव है त्रेता युग में श्री राम ने अपनी शरीर का त्याग किया था जबकि द्वापर युग में भगवान कृष्ण को किसी के हाथों मृत्यु प्राप्त हुई थी आज हम जानेंगे कि वह कौन था जिसके हाथों भगवान श्रीकृष्ण को मृत्यु प्राप्त हुई थी और क्यों।
यह बात त्रेता युग की है जब भगवान राम अपने बनवास को काटने के लिए वन में गए थे तो वहां सीता माता का हरण करके ले जाता है इस कारण भगवान राम और लक्ष्मण दोनों लोग को इधर-उधर घूमते फिरते हैं और उनकी मुलाकात सुग्रीव से होती है और उनकी दोस्ती हो जाती है सुग्रीव क्या भाई बाली उनके पत्नी को उनसे छीन लेता है और अपने राज्य से भगा देता है इस कारण बाली और सुग्रीव में दुश्मनी हो जाती है।
भगवान राम की मदद करते हैं और हनुमान से बाली को लड़ने के लिए भेज देते हैं और स्वयं छुपकर बाली के ऊपर बाण चलाकर उसका वध कर देते हैं इस कारण बाली की पत्नी भगवान राम को श्राप दे देती है कि जिस प्रकार आपने छुपकर मेरे पति को मारा है उसी प्रकार अगले जन्म मैं मेरे पति आप को छुपकर मारेंगे। और फिर द्वापर युग में जब भगवान किसने एक पेड़ पर बैठे आराम कर रहे होते हैं तब एक बहेलिया जिसका नाम जरा था जो अपने पिछले जन्म में बाली था वह भगवान कृष्ण के पैर के तलवे को पक्षी की आंख समझ कर उन पर बाण चला देता है इस कारण उनकी मृत्यु हो जाती है।