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कौनसे है ये 10 चेतावनी जब आपको टीबी होता है जानिए जल्दी

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भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब लाइफस्टाइल के साथ-साथ खराब खानपान हमें कई सारी बीमारियों में घेर सकता है। उन्हीं में से एक है टीबी । जी हां आपको बता दें कि टीबी एक ऐसा संक्रामक रोग होता है। जो आपके फेफड़ों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इतना ही नहीं टीबी के बैक्टीरिया दूसरे व्यक्तियों पर भी आसानी से खांसी और छींक के माध्यम से जा सकते हैं।

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हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के अंदर टीबी की समस्या कई सारी बीमारियों की अपेक्षा ज्यादा है। भारत सरकार की तरफ से 2025 तक टीबी को समाप्त करने के लिए लक्ष्य बनाया गया है। विश्व स्वास्थ संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में भारत ने 27.9 लाख मरीजों के साथ टीवी से प्रभावित सूची में नंबर एक पर है और साल 2016 में भारत में 27 लाख मरीजों के साथ टीवी से प्रभावित सूची में नंबर एक पर है।

दो प्रकार का होता है टीबी

आपको बता दें कि टीबी दो प्रकार का होता है। एक छुपा हुआ टीबी और दूसरा सक्रिय टीबी।

छिपा हुआ टीबी

इस कंडीशन में आपको टीवी संक्रमण हो रहा है। लेकिन बैक्टीरिया के शरीर में निष्क्रिय अवस्था में रहता है और कोई लक्षण पैदा नहीं होने देता है। इसे सक्रिय टीबी संक्रमण भी कहा जाता है।

सक्रिय टीबी

यह स्थिति आपको बीमार बनाती है और ज्यादातर मामलों में यह दूसरों में आसानी से फैल जाता है। यह टीवी बैक्टीरिया के संक्रमण के बाद पहले कुछ हफ्तों में हो जाता है या फिर कुछ सालों बाद भी आपको यह हो सकता है।

जानिए सक्रिय टीबी के संकेतों के बारे में

आपको बता दें कि सक्रिय टीबी के संकेत और लक्षणों में खांसी जो तीन या अधिक सप्ताह तक रहती है। खूनी खांसी सीने में दर्द होना सांस लेने में दिक्कत होना या फिर खाने में भी आपको अचानक से आपके वजन कम होना था रात को पसीना आना। आपको बता दें कि टीबी आपके शरीर के कई अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। जिसमें सीने में दर्द या सांस लेने या खांसने के साथ दर्द होना, अचानक वजन कम होना, थकान, बुखार, रात को पसीना आना, ठंड लगना और भूख में कमी आदि शामिल हैं।

जानिए किन लोगों को होता है इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक एचआईवी, आईवी दवाओं का प्रयोग करने वाले संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में रहने वाले ऐसे देश है। जहां टीबी होना बेहद आम बात है। जैसे कि अफ्रीका अमेरिका एशिया के कई देश।

ज्यादा कैलोरी खाने वाली चीजें

मेटाब्लॉजिम और वजन घटाने को रोकने के लिए टीवी रोगियों की डाइट में कैलोरी और पोषक तत्वों से भरपूर चीजें होनी चाहिए। केला, अनाज, दलिया की रवा, सूजी, केसर ,बट्टे, हलवा,मूंगफली चिक्की, रवा लड्डू, गेहूं और रागी अंकुरित दलिया या पेय, खिचड़ी आदि शामिल हैं।

प्रोटीन फूड का सेवन

अगर आप अपनी डाइट में मूंगफली के लड्डू या फिर ड्राई फ्रूट और अखरोट को मिक्स करके इसका सेवन करते है। तो यह आपके शरीर में प्रोटीन की सभी जरूरतों को पूरा करता है। आप सूखे में भी और नट्स को बारीक पीसकर मिल्क शेक मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।

विटामिन ए, सी

आपको बता दें कि टीवी के रोगियों के लिए पीले नारंगी फल और सब्जियां शामिल करना बेहतर होता है। इसमें संतरा, आम, पपीता, मीठा कद्दू और गाजर भी शामिल है। जो विटामिन ए से भरपूर माना जाता है जबकि विटामिन सी ताजे फलों में पाया जाता है जिसमें अमरूद, आंवला, संतरे, टमाटर, नींबू, शिमला मिर्च भी शामिल है । वही विटामिन ई आम तौर पर गया हूं नट्स बीज और वनस्पति तेलों में पाया जाता है।

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