मिर्गी के दौरे समाधान के लिए काफी फायदेमंद है ये दवा
अमेरिकी के लुसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा न्यूरोप्रोटेक्टिव कंपाउड खोजा हैं। जिसकी मदद से मिर्गी को पनपने से रोका जा सकता हैं। इस कंपाउड का नाम ”एलएयू” दिया गया हैं। इसका प्रायोगिक तौर पर इस्तेमाल चूहे पर किया गया हैं।
शोधकर्ता निकोलस बाजान बताते है कि अध्ययन में ये बात सामने आई कि उपचार के सौ दिन बाद डेंड्रिंक स्पाइन का क्षमण कम हो पाता हैं। साथ ही मिर्गी के दौरे से राहत मिली और मिर्गी विकसित होने की प्रकिया का पता चसा। ये कंपाउड न्यूरो एल्फेमेटरी सिग्रनिलंग रिसेप्टर को बंद कर देता हैं। जिसकी वजह से डेंड्रिक स्पाइंस के संरक्षण में मदद मिलती हैं।
रिपोर्ट में बाजान ने कहा कि मार्केट में मिर्गी के लक्षणों के आघार पर रोकने की कई दवाएं हैं। लेकिन इस बीमारी को रोकने की नहीं। लेकिन ये कंपाउड मिर्गी के विकास की प्रकिया को रोकता हैं। जिससे इसकी उपयोगिता बढ़ जाती हैं। जिससे उन मरीजों के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। जो कि मिर्गी की बीमारी की ओर बढ़ रहे हैं।
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