शरीर में सोडियम की अधिक मात्रा होने से होती है सूजन, जानिए इनके उपाय
किसी भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल नुकसानदायक होता है। कुछ लोग अपने आहार में बहुत अधिक नमक का उपयोग करते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। साथ ही ज्यादा नमक का सेवन करने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही बहुत से लोगों को बहुत अधिक नमक खाने की आदत होती है, जिसे वास्तव में कुतेव कहते हैं जो शरीर में कई बीमारियों का कारण बनता है। नमक की मात्रा शरीर को स्वस्थ रखने के लिए निर्धारित की जाती है ताकि इसकी कमी से सेहत पर बुरा असर पड़े। जिस प्रकार खाने में बहुत अधिक या बहुत कम नमक खाने का स्वाद खराब कर देता है, उसी तरह शरीर में बहुत अधिक या बहुत कम नमक संतुलन को बिगाड़ सकता है।
नमक यानि सोडियम क्लोराइड के अधिक सेवन से शरीर की धमनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और रक्त प्रवाह बढ़ने से हृदय पर दबाव पड़ता है। इसलिए इसका ज्यादा सेवन करने से ब्लड प्रेशर तो बढ़ता ही है साथ ही दिल की समस्या भी बढ़ जाती है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना है तो नमक का कम इस्तेमाल करना चाहिए।
40 की उम्र के बाद शरीर के ऊतक और नसें कमजोर हो जाती हैं। अत्यधिक शारीरिक गतिविधि हाथ के ऊतकों या नसों को घायल कर सकती है। जिसमें ये चोटें ऊतकों को द्रव से भर सकती हैं। कभी-कभी लंबे समय तक शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने से न केवल हाथों में बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों में भी सूजन आ सकती है। हाथों में सूजन, दर्द, खुजली। कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
इस पर विशेष ध्यान दें:
आहार में नमक का उपयोग कम करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि अत्यधिक मात्रा में सोडियम शरीर में जल प्रतिधारण का कारण बन सकता है।
पोटेशियम का अत्यधिक उपयोग शरीर में सोडियम के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। केले और टमाटर में काफी मात्रा में पोटैशियम होता है।
खाने में मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ाएं। नट्स, साबुत अनाज, पत्तेदार और हरी सब्जियां खाएं। खाने में विटामिन बी6 की मात्रा बढ़ाएं।
केले, आलू, मेवा और मांस में विटामिन बी6 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है।
कलाई को दक्षिणावर्त और वामावर्त घुमाएं। हाथों में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए हाथों को दिन में कई बार मोड़ें, खोलें, बंद करें। मुट्ठी बनाकर खोलें और बंद करें।