अगर आप हमेशा नेगेटिव सोचते हैं तो इन तरीकों से आप छुटकारा पा सकते हैं
- ऐसे नकारात्मक विचारों की आदते से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाना चाहिए
इस सत्य को अपने मन में बार-बार दोहराइए कि विचार स्वयं में एक महान शक्ति है। आप जैसे विचार रखेंगे, थोड़ा-बहुत वैसा जरूर होगा। नकारात्मक विचार शरीर और मस्तिष्क को रोगग्रस्त बनाते हैं। इसी प्रकार परमात्मा पर विश्वास करने, सफलता और स्वास्थ्य पाने, संपन्नता तथा सुख पाने के विचार आपके तन-मन को स्वस्थ-सुंदर रखते हैं। इसके अतिरिक्त वे आपको जीवन में उन्नति और सफलता दिलाते हैं। - मन में उत्साह, आशा और विश्वास के भावों को जाग्रत करने के लिए प्रेरणापूर्ण साहित्य का अध्ययन नित्य नियमपूर्वक करिए।
- ऐसे लोगों के साथ जो आशा और विश्वास भरी बातें करते हैं, जिनका स्वभाव हंसमुख है, जिन्हें आपसे स्नेह एवं प्रेम है।
सकारात्मक सोच रहिये

- मन में इस विचार को बार-बार दोहराइए कि – ‘परमात्मा मेरे साथ है। परमात्मा मुझे सहायता दे रहा है। उसकी कृपा से सब कुछ शुभ और सुंदर होगा। मुझे अपने कार्य में सफलता अवश्य प्राप्त होगी’।
- अपने को उपयोगी कार्यो में व्यस्त रखिए। मन को खाली मत छोड़िए। समय मिलते ही परमात्मा या अपने इष्टदेव क
- ध्यान करिए। किसी मंत्र, प्रेरणापूर्ण कविता या प्रार्थना का मन ही मन जप कीजिए।
- अपनी पुरानी सफलताओं को याद करिए।
- भय, दुख, निराशा या असफलता आदि नकारात्मक बातें करने वालों से दूर रहिए।
- नकारात्मक विचार आते ही यह ध्यान दीजिए कि उसमें लिप्त होना हानिकारक सिद्ध हो सकता ह। उससे आपके शारीरिक स्वास्थ्य की हानि हो सकती है। और मन में अशांति का संचार हो सकता है। आप चालीस या उससे अधिक आयु के हो रहे हैं, आपको स्वस्थ रहना है। अब आपका तन-मन हानिकारक विचारों के बुरे परिणामों को सहन नहीं कर पाएगा। अतः उनसे दूर रहने में ही भलाई हैं।