इंफेक्शन और गले की खराश ही नहीं तुलसी इन 5 स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी दूर करती है
घर की बालकनी में तुलसी के पौधे की भले ही धार्मिक मान्यता हो, लेकिन आयुर्वेद में इसे सेहत के लिए वरदान माना गया है। रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन करने से व्यक्ति कई बीमारियों से छुटकारा पा सकता है। आइए जानते हैं तुलसी के पत्तों का सेवन करने से ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में।
सांसों की दुर्गंध को दूर करें
तुलसी के सूखे पत्तों को सरसों के तेल में मिलाकर दांतों पर ब्रश करने से सांसों की दुर्गंध दूर होती है। इसके अलावा तुलसी के पत्तों को चबाने से सांसों की दुर्गंध और पायरिया जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
सूखा गला-
तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से गले की खराश दूर होती है।
सांस की तकलीफ-
शहद, अदरक और तुलसी का काढ़ा पीने से ब्रोंकाइटिस, दमा, खांसी और जुकाम में आराम मिलता है। नमक, लौंग और तुलसी के पत्तों से बना काढ़ा भी इन्फ्लूएंजा से राहत दिलाता है।
दिल की बीमारी-
तुलसी रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हृदय रोगों को रोकने में मदद करती है।
तनाव-
तुलसी में तनाव रोधी गुण होते हैं। तुलसी के पत्तों का सेवन करने से तनाव भी दूर होता है। तनाव को दूर रखने के लिए दिन में दो बार तुलसी के 12 पत्तों का सेवन करना चाहिए।
संक्रमण –
रोजाना तुलसी के कुछ पत्ते चबाने से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। तुलसी के अर्क को प्रभावित जगह पर कुछ ही दिनों में लगाने से दाद, खुजली और त्वचा की अन्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।