50 की उम्र में भी दिखें 20 के, एक्सपर्ट ने बताएं 7 एंटी एजिंग फूड्स, आज ही अपनी डाइट में शामिल करें
उम्र बढ़ने के साथ-साथ त्वचा डल नजर आने लगती है। इसी तरह आंखों के आसपास फाइन लाइन्स, झुर्रियां नजर आने लगती हैं। कुछ लोगों के लिए, तनाव दोष और समय से पहले बुढ़ापा पैदा कर सकता है। इसका मुख्य कारण अत्यधिक तनाव, तनावपूर्ण जीवन, उचित खान-पान की कमी जैसी चीजें हो सकती हैं। लेकिन एक तनावपूर्ण और व्यस्त जीवनशैली के साथ, त्वचा की इस क्षति को कम किया जा सकता है और चेहरे को फिर से युवा और चमकदार बनाया जा सकता है। इसके लिए आपको अपनी डाइट में कुछ चीजों को शामिल करना होगा, इसके लिए उन्होंने 8 मुख्य सब्जियों को डाइट में शामिल करने की सलाह दी है।
गाजर
गाजर में बीटा-कैरोटीन होता है, जो त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है। यह रक्त कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है, जिससे रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। रोजाना एक गिलास इस सब्जी का जूस पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और फेफड़ों के कैंसर का खतरा कम होता है। इसलिए अपने आहार में गाजर को शामिल करें।
अंगूर
अंगूर का इस्तेमाल ठंड के मौसम में किया जाता है, इस फल में रेस्वेराट्रोल और विटामिन-सी होता है। एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर अंगूर त्वचा की कोशिकाओं को टूटने से बचाता है। रोजाना बैंगनी अंगूर का जूस पीने से खून के थक्के जमने का खतरा भी कम हो जाता है। इसलिए खूबसूरत त्वचा पाने के लिए अंगूर का इस्तेमाल करें।
खट्टे फल
खट्टे फल संतरे में न केवल विटामिन सी होता है बल्कि एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। ये तत्व न केवल त्वचा के लिए अच्छे हैं, बल्कि कैंसर को रोकने और कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं। इसलिए दिन में एक बार खट्टे फलों को जरूर शामिल करें।
प्याज़
कुछ लोग अपने खाने में प्याज को शामिल करते हैं। प्याज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह धमनी को थक्का जमने से बचाता है। इसके साथ ही प्याज शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। इसलिए अपने आहार में प्याज को शामिल करें।
पत्तीदार सब्जियां
पत्तेदार सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को यूवी किरणों से बचाते हैं। इसके लिए सब्जियों को कच्चा या हल्का पकाकर ही लें। डॉ. मुखर्जी के अनुसार पत्तागोभी खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे हल्का फ्राई करके या भाप में पका कर खाया जाए। इससे इसके पोषक तत्व शरीर में बेहतर अवशोषित होते हैं।
पालक
पालक में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो झुर्रियों को बनने से रोकता है। हरी पत्तेदार यह सब्जी मोतियाबिंद से भी बचाती है। पालक में विटामिन-के की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो रक्त वाहिकाओं को मजबूत करता है और शरीर को फेफड़ों के कैंसर और हृदय रोग से बचाने में मदद करता है।
टमाटर
टमाटर एंटीऑक्सिडेंट और लाइकोपीन के प्रमुख स्रोतों में से एक है। यह शरीर को इसोफेजियल, पेट और कोलन कैंसर से बचाता है। टमाटर को पकाने या डिब्बाबंद करने से उनमें मौजूद लाइकोपीन नष्ट नहीं होता है।