गर्भावस्था में यह परेशानी हो तो करें डॉक्टर से परामर्श
पैरों में सूजन आना
गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय में बच्चे बढ़ने के साथ पेट पर दबाव से जो सामान्य सूजन आ जाती है, उसके लिए थोड़ी देर पैर ऊंचा करके लेटने से लाभ होगा। गर्भावस्था में बैठते समय पालथी मार कर न बैठें, देर तक खड़ी न रहें और कुरसी पर पैर लटका कर न बैठें। कुरसी पर बैठ कर काम करते समय पैरों को किसी पटरे पर थोड़ा ऊंचा उठाकर रख लेना चाहिए। पेशाब कम होने के साथ पैरों में सूजन आए या मुहं पर भी सूजन हो, तो तुंरत डॉक्टर को दिखाएं।
सांस फूलना
यह शिकायत भी गर्भ-भार बढ़ने के साथ ही प्रायः पैदा होती है। पेट में भारीपन न होने देने, खुली हवा में रहने, कसे कपड़े न पहनने और कामे के बीच-बीख् में थोड़ा विश्राम लेते रहने से यह शिकायत नहीं होगी। हां, सांस संबंधी कोई रोग हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
कमर में दर्द होना
गर्भावस्था के अंतिम दिनों में कमर में कुछ दर्द महसूस करना सामान्य बात है। बीच के दिनों में कमर दर्द का सामान्य कारण झुककर बैठना या काम करते समय ठीक मुद्रा में न रहना ही होता है। असामान्य कमर दर्द, जिसके साथ एनीमिया, योनि से पानी जाना, खून का दाग लगने या पेशाब में संक्रमण की या कोई अन्य शिकायत जुड़ी होती है, इस हालत में डॉक्टर से परामर्श जरूरी है।
बार-बार पेशाब होना
गर्भ के प्रारंभिक तथा अंतिम दिनों में यह शिकायत भी एक सामान्य स्थिति है। पर लगातार यह शिकायत बनी रहे, साथ में जलन व दर्द हो, तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।