इस हास्य मंत्र के जाप से होती है बड़ी-बड़ी मनोकामनाएं पूरी, जानिए लाभ
हिंदू धर्म में कुछ मंत्रों को इतना शक्तिशाली माना जाता है कि इनके जाप से बड़ी से बड़ी समस्या दूर हो जाती है। इससे आपकी मनचाही इच्छा भी पूरी हो सकती है। नित्य पूजा, मंत्र जाप हमें ईश्वर से जोड़ता है। यह सकारात्मकता भी देता है। इसलिए नित्य पूजा की जाती है। गायत्री मंत्र को हिंदू धर्म में ऐसा ही एक शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। इस मंत्र में इतनी शक्ति है कि पूरी श्रद्धा से इसका जाप करने से हर मनोकामना पूरी होती है और सारे संकट भी दूर हो जाते हैं। गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। उसका दिमाग स्पष्ट और मजबूत हो जाता है।
दरिद्रता और कष्ट समाप्त होते हैं
धर्म शास्त्रों के अनुसार गायत्री मंत्र के नियमित जाप से दु:ख, द्वेष, पाप, भय, शोक जैसे नकारात्मक भाव दूर होते हैं। व्यक्ति मानसिक रूप से जागरूक हो जाता है। यदि गायत्री मंत्र का दिन में तीन बार जाप किया जाए तो सभी नकारात्मक ऊर्जाएं नष्ट हो जाती हैं। सोए हुए का भाग्य जाग जाता है। इसलिए रोजाना कम से कम 3 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
गायत्री मंत्र का जाप करने से दुख और दरिद्रता दूर होती है। एकाग्रता बढ़ती है। सारे कष्ट दूर होते हैं। गायत्री मंत्र का जाप पहली बार सूर्योदय से पहले, दूसरी बार दोपहर के समय और तीसरी बार सूर्यास्त से पहले करें। रात के समय गायत्री मंत्र का जाप करना उचित नहीं माना जाता है।
गायत्री मंत्र
‘ॐ भूर्भवः स्वः तत्सवितुर्व्वेण्य भर्गो देवस्य धिम्हि धियो यो नः प्रचोदयात।’
गायत्री मन्त्र का अर्थ है – वह प्राण रूप, दु:खनाशक, सुख स्वरूप, तेजोमय, पाप हरने वाला, देव रूप, परमात्मा को हम दूर रखते हैं। वह ईश्वर हमारी बुद्धि का मार्गदर्शन करे
हमें अपने ह्रदय में सर्वोच्च, सभी के रक्षक, जीवन के प्रिय, दु:खों का नाश करने वाले, सुख के स्वरूप, परम, पराक्रमी, पापों के नाश करने वाले को अपने हृदय में धारण करना चाहिए। ईश्वर हमारी बुद्धि को सही मार्ग पर प्रेरित करें।