शाबर मंत्र को सिद्ध करने के बाद बड़ी से बड़ी समस्या से आसानी से छुटकारा मिल जाता है
।। शिवजी का शाबर तांत्रिक मंत्र ।।
“आद अंत धरती, आद अंत परमात्मा
दोनो वीच बैठे शिवजी महात्मा, खोल घड़ा दे दडा
देखा शिवजी महाराज तेरे शब्द का तमाशा”
शिव शाबर मंत्र की साधना विधि
भगवान शिव की पूजा करते समय भगवान शिव के प्रति भक्ति और दृढ़ आस्था का होना आवश्यक है, पूजा विधि आदि पर अधिक ध्यान दिया जाता है।
- वैसे तो इस साधना को साल के किसी भी सोमवार से शुरू किया जा सकता है, लेकिन इस साधना को सावन के महीने में करने से और भी चमत्कारी परिणाम मिलते हैं।
2. घर के पूजा स्थान पर एक कोरे लाल कपड़े पर भगवान शिव की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें और तांबे के बर्तन में अगरबत्ती जलाकर शुद्ध जल रखें।
3. अब श्री गणेश जी और अपने सद्गुरु जी का ध्यान करते हुए सीधे हाथों में जल लेकर संकल्प करें।
4. संकल्प लेने के बाद पहले शिव शाबर मंत्र का जाप करें, फिर 501 बार या 1100 बार जाप करें।
5. अथवा उपरोक्त मंत्र का लगातार एक चौथाई घंटे तक जप करें।
6. इस मंत्र का जाप माला के साथ या बिना माला के किया जा सकता है। यदि आप माला से जप करना चाहते हैं तो रुद्राक्ष की माला से ही जप करें।
शिव शाबर मंत्र जप के लाभ
इस मंत्र का पूरी श्रद्धा और संकल्प के साथ जाप करें और लगातार 41 दिनों तक शिव शाबर तांत्रिक साधना करें। साधना काल में नित्य जप पूर्ण होने पर जल या गाय के दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। इस शिव साधना से बड़ी से बड़ी मुश्किलें भी दूर हो जाती हैं, घर में सुख, व्यापार में तरक्की और नौकरी में रुकावटें, रोगों से मुक्ति, वैवाहिक जीवन में कलह और शत्रुओं से मुक्ति, ये सभी कार्य स्वत: ही सिद्ध हो जाते हैं।
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