सब के घरो में होती है ये अदभुत चीज पर 99 लोग नहीं जानते इसके फायदे
हल्दी में उड़नशील तेल 5.8%, प्रोटीन 6.3%, द्रव्य 5.1%, खनिज द्रव्य 3.5%, और करबोहाईड्रेट 68.4% के अतिरिक्त कुर्कुमिन नामक पीत रंजक द्रव्य, विटमिन ए पाए जाते हैं। हल्दी पाचन तन्त्र की समस्याओं, गठिया, रक्त-प्रवाह की समस्याओं, कैंसर, जीवाणुओं के संक्रमण, उच्च रक्तचाप और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की समस्या और शरीर की कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत में लाभकारी है।
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हल्दी कफ़-वात शामक, पित्त रेचक व पित्त शामक है।
रक्त स्तम्भन, मूत्र रोग, गर्भश्य, प्रमेह, त्वचा रोग, वात-पित्त-कफ़ में इसका प्रयोग बहुत लाभकारी है। यकृत की वृद्धि में इसका लेप किया जाता है। नाड़ी शूल के अतिरिक्त पाचन क्रिया के रोगों अरुचि (भूख न लगना) विबंध, कमला, जलोधर व कृमि में भी यह लाभकारी पाई गई है। इसी प्रकार हल्दी कि एक किस्म काली हल्दी के रूप में भी होती है। उपचार में काली हल्दी पीली हल्दी के मुक़ाबले अधिक लाभकारी होती है।
आइये जानते हैं हल्दी के चार फायदों के बारे में।
हल्दी के फायदे
1.हल्दी एक ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट है जो कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं से लड़ती है।
2.हल्दी वाला पानी पीने से खून नहीं जमता और यह खून साफ करने में भी मददगार है।
3.अगर आप सुबह उठकर गरम पानी में हल्दी मिलाकर पीते हैं।
तो यह दिमाग के लिए बहुत अच्छा रहता है।
4.हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की वजह से यह जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करने में दवाइयों से भी ज्यादा अच्छा काम करता है।