देर रात तक जागने की आदत से सेहत पर गंभीर असर पड़ता है, जिससे इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
देर रात तक जागने की आदत से सेहत पर गंभीर असर पड़ता है, जिससे इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कई अस्वास्थ्यकर जीवनशैली की आदतें हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालती हैं। नींद की समस्या उनमें से एक है। हममें से ज्यादातर लोग देर रात तक काम करने, टीवी देखने, मोबाइल पर गेम खेलने जैसी आदतों के कारण देर से उठते हैं। कई लोगों को रात के 1-2 बजे तक सोने की आदत होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस आदत को आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक मानते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार देर रात तक जागने की आदत आपके सोने के चक्र को प्रभावित करती है, जिससे आपको पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है। अध्ययनों से पता चला है कि नींद की कमी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए बहुत गंभीर है।
सर्कैडियन रिदम स्लीप डिसऑर्डर से आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इस वजह से, नींद में खलल, बार-बार नींद में खलल और नींद की कमी हो सकती है। नींद की गड़बड़ी गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से जुड़ी है। यही कारण है कि सभी को रात में सात से आठ घंटे की निर्बाध नींद लेने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं देर से जागने और पर्याप्त नींद न लेने का शरीर पर क्या असर होता है?
हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार देर रात तक जागने और पर्याप्त नींद न लेने का सीधा असर आपके दिल की सेहत पर पड़ता है। यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, रात में 5 घंटे से कम और रात में 9 घंटे से ज्यादा सोना दोनों का हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। खासतौर पर नींद की कमी से कोरोनरी हृदय रोग या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए समय पर सोना और समय पर जागना बहुत जरूरी है।
मस्तिष्क पर प्रभाव
रात में पर्याप्त नींद न लेने से आपके मानसिक स्वास्थ्य और मस्तिष्क की क्षमता पर भी असर पड़ सकता है। एक्सपेरिमेंटल ब्रेन रिसर्च द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में, 18 पुरुषों के एक समूह को दो कार्य दिए गए थे। पहला काम रात को अच्छी नींद लेना था, जबकि दूसरा काम से पहले पूरी रात जागना था। शोधकर्ताओं ने पाया कि एक रात की नींद की कमी ने प्रतिभागियों की याददाश्त, निर्णय लेने और तर्क करने की क्षमता को प्रभावित किया। लगातार नींद की कमी आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
यौन इच्छा कम हो जाती है
पर्याप्त नींद न लेने से आपकी सेक्स ड्राइव धीमी हो सकती है। एक अध्ययन में उन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी पाई गई जो एक सप्ताह तक पर्याप्त नींद नहीं लेते थे। 5 घंटे या उससे कम की नींद सेक्स हार्मोन के स्तर को 10 से 15 प्रतिशत तक कम कर देती है। हर रात नींद की कमी आपके मूड और उत्साह में लगातार गिरावट ला सकती है। इसलिए सभी को समय पर पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी जाती है।