गठिया किसी भी उम्र में हो सकता है, जोड़ों के दर्द को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें
गठिया किसी भी उम्र में हो सकता है, जोड़ों के दर्द को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें
जोड़ों के दर्द की शिकायत किसी भी उम्र में हो सकती है। इसका मतलब यह हुआ कि गठिया से पीड़ित लोगों को अपनी जीवनशैली और खान-पान में कुछ बदलाव करने होंगे तभी वे इस तरह की समस्या से निजात पा सकेंगे।
बदलती जीवनशैली और खान-पान की वजह से ज्यादातर लोगों में जोड़ों के दर्द और खराश की समस्या आमतौर पर कम उम्र में ही शुरू हो जाती है। ऐसे में लगातार हो रहे इस दर्द को हल्के में न लें। क्योंकि यह अर्थराइटिस का शुरुआती लक्षण हो सकता है। वृद्धावस्था में गठिया का होना अब आवश्यक नहीं है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है।
शरीर में जोड़ों के दर्द को गठिया कहते हैं
दरअसल, जोड़ों के दर्द की समस्या को अर्थराइटिस कहते हैं। हालांकि, सभी प्रकार के जोड़ों के दर्द गठिया के कारण नहीं होते हैं। यह चोट लगने या शरीर में पोषण की कमी या अन्य कारणों से हो सकता है। तो आइए जानें कि गठिया के शुरुआती लक्षण क्या हैं और इसके प्रकार क्या हैं।
गठिया दो प्रकार का होता है
अर्थराइटिस दो प्रकार का होता है। पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और गाउट। ऑस्टियोआर्थराइटिस में जोड़ों के ऊतक बहुत सख्त हो जाते हैं और हड्डियों के सिरों को ढकने वाले ऊतक मरने लगते हैं। यही कारण है कि उठने-बैठने या हिलने-डुलने पर जोड़ों में बहुत दर्द होता है।
जानें क्या है रूमेटाइड अर्थराइटिस
वहीं आर्थराइटिस हड्डियों की एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपने आप ही जोड़ों पर हमला करने लगता है। यह रोग जोड़ की दोनों हड्डियों के अस्तर या जोड़ों के सिरों पर शुरू होता है।