कैंसर से बचाएगा सीएआर-टी सेल थेरेपी, अमेरिका में इलाज से 10 गुना कम खर्च
देश में हर साल लाखों लोगों की मौत कैंसर से होती है। कैंसर रोग में शरीर में कोशिकाएं अनुपयुक्त रूप से बढ़ने लगती हैं और शरीर के ऊतकों को नुकसान पहुंचाती हैं। ऐसे में मरीज को कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी जैसा इलाज दिया जाता है।
इम्यूनोथेरेपी पिछले कुछ वर्षों में पेश की गई है। जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। यह उपचार अभी भी विकसित किया जा रहा है। इम्यूनोथेरेपी को सीएआर-टी सेल थेरेपी के रूप में भी जाना जाता है। जिसका प्रयोग ब्लड कैंसर में किया जाता है। इसे जीवित औषधि के रूप में भी जाना जाता है।
शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाएं टी कोशिकाएं होती हैं। इन टी कोशिकाओं को रोगी के शरीर से लिया जाता है और प्रयोगशाला में रिवर्स इंजीनियर किया जाता है। कोशिकाओं को फिर से शरीर में पेश किया जाता है और कैंसर कोशिकाओं से लड़ता है। भारत में पहले निर्मित सीएआर-टी सेल का परीक्षण आईआईटी-बॉम्बे और टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई द्वारा किया गया था। इस मेड-इन-इंडिया थेरेपी की कीमत अमेरिकी थेरेपी से 10 गुना कम है।