कई सारे औषधीय गुण पाएं जाते है इस फल की पत्तियों में, पढ़ें अभी
पपिता के पत्ते कही रोगो के लिये औषधीय गुणो में उपयोग में लिया जाता है. इस के पहिले इसके गुणो के बारे में जानेगे. यह खाने में कडवा लगता है. इस के अंदर विटामिन और कैल्शियम की मात्रा अधिक पाये जाते है. विटामिन ए, बी, सी, डी, इ यह सभी विटामिन शरीर में कम विटामिन को तुरंत ठीक करने का काम करते है और शरीर में कैन्सर, हृदय की बिमारी, ब्लड शुगर, आतो की समस्या, डेंगू इन सभी को नष्ट करणे में पपिता के पत्तो के सेवन से सफलता मिलती है.
बरसात के मौसम में गाव और शहरो में गढो में पानी भरने से मच्छरों की पैदाइश बढती है. और यह मच्छर इन्सान को काटते है. इन के काटने से इन्सान को डेंगू जैसी खतरनाक बिमारी होती है. एैसे समय आयुर्वेदीक दवा पपिता के पत्ते काम आते है. सिर्फ इस्तमाल करणे का तरीखा मालूम चाहीये शरीर में गिरते हुये प्लेटलेट बढाने और खून के थके जिगर की क्षति को रोक देती है. यह डेंगू के कारण होता है. इसे कम करणे के लिये पपिता के ताजे और छोटे पत्ते चबाकर खाने से या पत्तो का रस पिने से डेंगू जैसी बिमारी कम होने में मदत मिलती है.
पपिता के पत्ते पानी के साथ पीसकर उसकी पेस्ट मुहासे वाले इन्सान के चेहरे पर लगाने से कुच्छ ही दिनो में मुहासे ठीक होने लगते है. और चेहरा चमकदार बनता है. अगर किसी इन्सान को भूख लगती नहीं एैसे इन्सान पपिता के ताजे पत्ते एक कफ पानी में उभाल कर वह पानी कुच्छ दिन पिने से खोई हुई भूख दोबारा वापस मिलती है.
आजकल डायबेटीज की समस्या बढते ही नजर आ रही है. अगर कोई डायबेटीज का मरीज है एैसे मरीज को पपिता के पत्तो का ज्यूस लाभदायक है. एक शोध के मुताबिक यह पता चला है की खून के शुगर को कम करने के लिये पपिता का ज्यूस लाभदायक है. इसकी वजसे खून की शुगर की मात्रा घटती है और लिपीड लेवल कम होता है. इसलिये डायबेटीज के मरीज हररोज शुगर कंट्रोल करने के लिये एक चमच पपिता के पत्तो का ज्यूस पिये.