हर मनुष्य की बर्बादी का यह है सबसे बड़ा कारण, जरूर पढ़ें
सदैव दूसरों पर निर्भर रहने वाले लोग वन में कभी नहीं रह पाते हैं। इसलिए हर मनुष्य को इस बात का सदैव ख्याल रखना चाहिए . स्वयं पुरा करने का साहस रखने चाहिए। विषय में विस्तार से बतायेंगे कि आखिर मनुष्य के पतन का क्या कारण है।
मनुष्य को सदैव झुक कर नहीं जीना चाहिए झुक कर जीवन जीने वाला मनुष्य मृत के समान है। अर्थात् आज के समय को देखते हुए अपने माता-पिता ईश्वर के अतिरिक्त अन्य किसी के आगे झुकने या मांगने की जरुरत नहीं है। सदैव अपने माता-पिता को छोड़कर अधिक मीठे बोल बोलने वाले मगरमच्छ के आँसु रोने वाले व्यक्तियों से सदैव दूर रहें। ये आपका नाश तब तक नहीं कर सकते जबतक कि स्वयं ही इन्हें अवसर ना दें। इस प्रकार ना तो कभी बिन बुलाये किसी के यहाँ जाइये ना ही आप किसी से बेवजह बातें कीजिए। व्यक्ति की पीठ पीछे बुराई मत कीजिए। कोई भी बुरा कार्य करने से पहले अपने माता-पिता के विषय में जरूर सोचियेगा उन्होंने तुम्हारी खुशियों के लिए अपनी खुशी दांव पर लगा दी। एक बड़ी गलती से उनके जीवन भर के संजोये हुए सम्मान को गहरी ठेस पहुँचती है।
सदैव याद रखें:
इसलिए मनुष्य को सदैव शान्त रहिये और उतना ही बोलिए जितनी जरूरत हो। अधिक शोर शराबा मचाने वाले लोग महामूर्ख माने जाते हैं। कभी भी किसी भी व्यक्ति के दुःख पर उसकी हंसी मत उड़ाइए क्योंकि ऐसा करने वाले लोगों की खुद की जिंदगी एक मज़ाक बन कर रह जाती है। आप एक सभ्य और बुद्धिमान व्यक्ति हैं आप भली भांति जानते हैं कि आपको क्या करना चाहिए।
किसी व्यक्ति या नाम से कोई सम्बन्ध नहीं है। यह केवल प्रेरणादायी व मनोरंजन मात्र है। इसका उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं है।