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चंद्रग्रहण 2020 साल का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगेगा महासंयोग,भूलकर भी ना करें ये काम

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ज्योतिष अनुसार साल 2020 का पहला चंद्रग्रहण 10 जनवरी शुक्रवार को लगेगा शास्त्रों के अनुसार इसी दिन पौष पूर्णिमा भी है और 10 जनवरी पूर्णिमा किस तिथि से ही प्रयागराज में माघ मेले की शुरुआत भी हो रही है। पौष माह की पूर्णिमा स्नान, दान और मोक्ष प्राप्ति के लिए विशेष मानी जाती है। अब क्योंकि पौष माह की पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लग रहा है और यह ग्रहण भारत में भी देखा जा सकेगा जिस कारण ऐसा माना जा रहा है कि 10 जनवरी के दिन आपको कुछ ऐसे कार्य है जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए चंद्रग्रहण और पूर्णिमा से जुड़ी सभी जरूरी बातें 

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भारतीय समय अनुसार यहां ग्रहण करीब 10:30 पर शुरू होगा और 11 जनवरी रात्रि 2:42 तक रहेगा। इस ग्रहण के कुल अवधि 4 घंटे और 6 मिनट की होगी। भारत के अलावा यहां चंद्रग्रहण यूरोप अफ्रीका एशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी देखा जा सकेगा चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने से करीब 12 घंटे पहले दोपहर 1:00 बज कर 40 मिनट से शुरू हो जाएगा पौष पूर्णिमा के दिन तीर्थों पर होने वाला खान ग्रहण के कारण ग्रहण समाप्त होने के बाद दिया जाएगा।

  1. ग्रहण काल में किसी भी मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती है इसलिए कोशिश करें कि इस समय किसी भी मंदिर में प्रवेश ना करें और ना ही घर के मंदिर में पूजा करें साथ ही ग्रहण के समय पूजा स्थल को किसी परदेसी ढक दें।

  1. ग्रहण का सूतक काल लगते हैं घर में ना तो भोजन पकाना चाहिए और ना ही ग्रहण करना चाहिए हालांकि शास्त्रों में बीमार, बूढ़े और बच्चों को जिसकी कोई मनाही नहीं है।

  2. चंद्र ग्रहण के दौरान विशेषकर गर्भवती महिलाओं को घर पर यह रहने की सलाह दी जाती है ताकि ग्रहण के दौरान निकलने वाली नेगेटिव एनर्जी उन्हें प्रभावित ना कर सके।

  1. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान लेटना है या हाथ पैर मोड़कर नहीं बैठना चाहिए।

  2. ग्रहण के समय सोना भी वर्जित माना जाता है। ग्रहण को अंधकार का सूचक माना जाता है इसलिए शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान बाल काटना नाखू, दाढ़ी मूछ घर में कलह और गुस्सा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए अन्यथा इसके दुष्परिणाम आपको प्राप्त हो सकते हैं।

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