गेहूं, सरसों समेत रबी फसलों की बुआई छह फीसदी अधिक रही
देश में अक्टूबर माह से शुरू हुई रवी की बुवाई की प्रक्रिया में अब तक 450.61 लाख हेक्टेयर रकबे में बुआई हो चुकी है, जो पिछले साल इसी अवधि में 423.52 लाख हेक्टेयर थी. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार चालू वर्ष की रवी की बुआई दूसरे दिसंबर तक 6.40 प्रतिशत अधिक है। आम तौर पर रवी की बुवाई 600 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की जाती है।
रवी की प्रमुख फसल गेहूं की अधिक बुआई के कारण कुल मिलाकर बुआई अधिक देखी गई है। कृषि मंत्रालय के सूत्रों ने यह भी बताया कि गेहूं की खेती 5.36 प्रतिशत बढ़कर 211.62 लाख हेक्टेयर हो गई है।
गेहूं की बुवाई अक्टूबर में शुरू होती है और कटाई मार्च-अप्रैल में होती है। इसके अलावा चना, उड़द, सरसों और मूंगफली की बुवाई में संतोषजनक प्रगति देखी जा रही है। बारिश कम होने से मिट्टी में नमी अधिक होने से वर्तमान में रवी की खेती के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
दलहन की खेती का कुल क्षेत्रफल 112.67 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल 2 दिसंबर तक बढ़कर 108.57 लाख हेक्टेयर हो गया। तिलहन में सरसों की बुआई काफी अधिक होती है। कृषि मंत्रालय के आंकड़े भी बताते हैं कि पिछले साल दूसरे दिसंबर तक सरसों की खेती 69.32 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 76.69 लाख हेक्टेयर पर खत्म हो चुकी है.