30 साल बाद बदलेगा शनि ग्रह, इस राशि के लोग रहें सावधान
वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि का बदलाव को बेहद अहम माना जाता है। शनि 17 जनवरी 2023 को शाम 05 बजकर 04 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। शनि के इस प्रवेश के साथ ही मकर राशि का तीसरा चरण, कुंभ राशि का दूसरा चरण और मीन राशि का पहला चरण शुरू हो जाएगा। कुछ राशियों को भी शनि के इस गोचर से सावधान रहना होगा। आइए जानते हैं इनके बारे में।
मेष राशि
इस नए साल में मेष राशि के जातकों को शनि की दृष्टि से सावधान रहना होगा। मेष राशि के जातकों को इस समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। परिवार में अनबन बढ़ सकती है। शनि की दृष्टि के कारण मेष राशि वालों के खर्चे भी बढ़ सकते हैं। इस समय नौकरी बदलने का विचार भी न करें। कार्यस्थल पर अनबन हो सकती है। सहकर्मियों से सावधान रहें क्योंकि प्रतिस्पर्धा का माहौल रहेगा।
मिथुन राशि
यह गोचर आपके आर्थिक पक्ष को प्रभावित करेगा और रुकावटें आएंगी। इस दौरान आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके शत्रु आपको नीचा दिखाने की पूरी कोशिश करेंगे। इससे आप असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। किसी भी विवाद की स्थिति से बचें, अन्यथा नुकसान आपको उठाना पड़ेगा। अपनी ऊर्जा को अधिकतम करें। इस दौरान आपका मुख्य फोकस करियर पर रहेगा। रिश्ते में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
सिंह राशि
के जातकों के लिए शनि का गोचर शुभ फल नहीं देगा। पेशेवर तौर पर इस दौरान आपके प्रयास कुछ खास परिणाम नहीं दिखा पाएंगे। इस दौरान आपके आत्मविश्वास में भी कमी आ सकती है। अपनी पिछली गलतियों से सीखें और भविष्य में उन्हें दोहराने से बचें। इस गोचर के दौरान अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखें। इस दौरान किसी से उधार या उधार न लें। माता-पिता के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करने का प्रयास करें।
वृश्चिक
यह गोचर पेशेवर रूप से जातकों को प्रभावित करेगा। इस समय अपना सारा पैसा एक ही जगह निवेश करने से बचें, नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है। निजी तौर पर आप इस दौरान कुछ बेचैन और चिड़चिड़े महसूस कर सकते हैं, इसका असर आपके रिश्तों पर भी पड़ सकता है। अपने गुस्से का ख़्याल रखें, इससे आपके रिश्ते के लिए अच्छा रहेगा। सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान आपको पेट के क्षेत्र से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए यह गोचर अशुभ फल देता है। इस दौरान आपको अपनी मेहनत का उचित फल नहीं मिल पाएगा। आपके सभी कार्यों में बेवजह की देरी हो सकती है। कई प्रयासों के बाद भी परिणाम न मिलने से आप निराश हो सकते हैं। आपका गुस्सा बढ़ेगा और यह गुस्सा आपके अपनों पर उतर सकता है। जितना हो सके खुद को शांत रखें और चीजें जैसी चल रही हैं उन्हें वैसे ही चलने दें। किसी भी तरह के वाद-विवाद या विवाद में न पड़ें। सेहत पर ध्यान दें। ध्यान और व्यायाम करें, इससे आपको ऊर्जा मिलेगी।