पानीपूरी जड़ से खत्म कर देती है इन 5 बीमारियों को, क्लिक करके पूरी जानकारी पढ़े
पानीपूरी का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। शाम के समय गली-गली में पानीपूरी के ठेले लग जाते है। लेकिन क्या आप जानते है पानीपूरी किस समय खाना ज्यादा फायदेमंद होती है? अगर नहीं जानते है तो इस लेख को पूरा पढ़िए, आपके सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
पानीपूरी खाने के लिए दोपहर का समय सबसे बेहतर होगा। दोपहर का खाना और शाम के नास्ते के बीच खाने से पाचन क्रिया सक्रिय रहेगी। शाम के समय खाने से वजन बढ़ सकता है। दोपहर के वक्त 5-6 पानीपूरीयां खा सकते हैं। पानीपुरी में मटर की जगह मूंग या चने का इस्तेमाल करना और भी फायदेमंद होता है।
अपने देश मे पानीपूरी अलग-अलग नाम से जानी जाती है। महाराष्ट्र में पानीपूरी, हरियाणा में पानी के पताशे, उत्तर प्रदेश में पानी के बताशे, पताशी या फुल्की, पश्चिम बंगाल में पुचके, उड़िसा में गुपचुप और गुजरात में पकोड़ी आदि नामों से परिचित है।
1. मूड रिफ्रेश करने के लिए:
कड़ी धूप में घूमने से हैरानी होती है और चिड़चिड़ापन बढ़ता है। गर्मी की वजह से बार-बार पानी पीने की इच्छा होती है। ऐसे स्थिति में पानी पीने से पहले ३-४ पनीपुरियाँ खाएं। इससे आपको आराम मिलेगा।
2. पानीपूरी खाओ वजन घटाओ:
आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे है, तो आटे से बनी पानीपूरी खाएं। पानीपूरी के पानी में पुदीना, नींबू, हींग और कच्चे आम का प्रयोग करेंगे तो और भी फायदेमंद रहेगा। याद रहे, पानी मे टमाटर का प्रयोग बिलकुल भी ना करें।
3. मुंह के छाले में फायदेमंद:
तमाखू, गुटखा या गरम पदार्थों के सेवन से मुंह में छाले निकलते है। पानीपूरी के साथ मिलने वाले जलजीरा और पुदानी से मुंह के छाले दूर हो जाते है। लेकिन पानीपूरी अधिक मात्रा में नहीं खानी चाहिए।
4. एसिडिटी:
सेहत के लिए आटे की पानीपुरी सबसे ज्यादा लाभकारी होती है। अगर आप एसिडिटी से परेशान है तो आटे से बनी पानीपूरी का सेवन जरूर करें। पानी तैयार करने के लिए जलजीरा, पुदीना, कच्चा आम, काला नमक, कालीमिर्च, पिसा हुआ जीरा और साधारण नमक का प्रयोग करें। इस उपाय से एसिडिटी कुछ ही मिनटों में दूर हो जाएगी।
5. सांस घूंट रही है या जी मचल रहा हो:
कुछ लोगों को सफर के दौरान उल्टियां होती है। इस समस्या से उनको कमजोरी आती है। उलझन या फिर जी मचला रहा हो तो पानीपूरी आपके लिए रामबाण का काम कर सकती है। जिसे भी यह समस्या हो जाती है वो 4-5 पनीपुरियाँ खाए। ये उपाय आपको इस समस्या से राहत देगा।
रोजाना 4-5 पानीपुरीयाँ खाए और सेहतमंद रहिए।