अवश्य पढ़ें किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले यह सुंदरकांड की चौपाई, सफलता मिलेगी
सुंदरकांड की चौपाई बहुत से लोग अत्यधिक मेहनत करते हैं लेकिन उन्हें अपनी मेहनत का उचित फल प्राप्त नहीं होता। और उनकी स्थिति जैसी की तैसी बनी रहती एक ऐसा महाउपाय जिसको करने से अवश्य ही आपके कार्य निर्विघ्न पूरे होंगे और उससे आपको विशेष लाभ प्राप्त होगा।
सुंदरकांड की यह चौपाई विशेष रूप से फलदाई सिद्ध होती है। इस चौपाई के उल्लेख से पता चलता है कि इस चौपाई को पढ़ने से दुश्मन भी आपसे मित्रों जैसा व्यवहार करेगा, अग्नि में शीतलता उत्पन्न हो जाती है। भगवान राम के इस मंत्र का इतना प्रभाव था कि हनुमान भी नहीं जानते थे कि वह माता सीता को ढूंढ पाएंगे या नहीं। लेकिन इस चौपाई का पाठ करने से उन्होंने बड़ी ही आसानी से माता सीता को ढूंढ लिया था। इस चौपाई से सभी कार्य संपन्न होते हैं और विघ्न बाधाएं दूर होती हैं। यह चौपाई है।
प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥
गरल सुधा रिपु करहिं मिताई। गोपद सिंधु अनल सितलाई।।
किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले इस चौपाई का पाठ करें। चाहे वह कार्य घर के किसी मांगलिक कार्य से जुड़ा हो या फिर इंटरव्यू, परीक्षा हो। आपको सफलता भगवान राम की कृपा से जरूर प्राप्त होगी।
जय श्री राम कमेंट में जरूर लिखें।