महिलाओं से ज्यादा पुरुष हैं डायबिटीज के शिकार, इन शुरुआती लक्षणों को न करें नजरअंदाज
दुनिया भर में मधुमेह रोगियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। दुनिया भर में करीब 42 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। भारत में सात प्रतिशत लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। पुरुषों में यह प्रतिशत 7.2 प्रतिशत है, जबकि महिलाओं में यह 6.8 प्रतिशत है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 5.7 प्रतिशत लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। इस रोग के कारण विकलांगता, किडनी खराब होने की सम्भावना अधिक होती है।
मधुमेह में क्या होता है?
शरीर आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन को ग्लूकोज में परिवर्तित करता है और इस ग्लूकोज को आपके रक्तप्रवाह में छोड़ देता है। जब रक्त शर्करा बढ़ जाता है, तो यह अग्न्याशय को इंसुलिन जारी करने का संकेत देता है। इंसुलिन रक्त शर्करा को शरीर की कोशिकाओं में ले जाने का काम करता है, जो ऊर्जा प्रदान करते हैं। मधुमेह में शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है। इससे कोशिकाएं इंसुलिन का जवाब देना बंद कर देती हैं और रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। यह स्थिति समय के साथ हृदय रोग, खराब दृष्टि और गुर्दे की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
मधुमेह के प्रकार
डायबिटीज के तीन मुख्य प्रकार होते हैं- टाइप-1, टाइप-2 और जेस्टेशनल डायबिटीज (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह)।
मधुमेह के शुरुआती लक्षण
यदि आपको मधुमेह के निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और अपनी ब्लड शुगर की जांच करवानी चाहिए।
अत्यधिक पेशाब (अक्सर रात में)
अधिक प्यास लगना
अस्पष्टीकृत वजन घटाने
अत्यधिक भूख
धुंधली दृष्टि
हाथ या पैर में झुनझुनी
अधिक थकान महसूस होना
शुष्क त्वचा
घाव भरने में अधिक समय लगता है
संक्रमण सामान्य से अधिक हो रहा है
(नोट: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया है। हालांकि जीएसटीवी इसके लिए नैतिक रूप से जिम्मेदार नहीं है। हम आपसे विनम्र अनुरोध करते हैं कि कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।