मधुमेह से बचें के लिए करे बादाम का सेवन जल्दी जानिए
मधुमेह रोगी के लिए बादाम खाना, फायदेमेंद साबित हो सकता है । बादाम मस्तिष्क की सक्रियता और याद्दाश्त बढ़ाने में सहायक होता है। बादाम कब्ज के रोगियों के लिए भी उपयोगी होता है। बादाम खाने से इंसुलिन का स्तर ठीक रहता है और मधुमेह होने का खतरा भी कम हो जाता है। सर्दी के मौसम में बादाम की खपत बढ़ जाती है। दिखने में छोटे आकार के इस मेवे के गुण बहुत बड़े हैं। बादाम प्रोटीन, हैल्दी फैट्स, विटामिन्स और मिनरल्स से युक्त होते हैं। इसलिए सेहत विशेषज्ञ इसे सुपर-फूड भी कहते हैं।
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मधुमेह रोगियों के लिए बादाम के गुण
बादाम बहुत ही गुणकारी है, और यह मधुमेह जैसी बीमारी को नियंत्रित करने में सहायक है। बादाम को “लो ग्लामयसेमिक इंडेक्स फूड” भी माना जाता है। हाई ग्लिसमीक इंडेक्स फूड के साथ बादाम खाने पर, यह शुगर और इंसुलिन लेवल बढ़ने की प्रवृत्ति घटाता है। इंसुलिन लेवल के ना बढ़ने से मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है। इसलिए मधुमेह रोगियों को अपने भोजन में रोज बादाम को शामिल करना चाहिए।
बादाम है एनर्जी बूस्टर
पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, मैंगनीज, कॉपर और राइबोफ्लेविन ऊर्जा के भंडार हैं। यात्रा के समय बादाम के सेवन से आपके शरीर में पोषण की आवश्यकता पूरी होती है।
सुधारे रक्त संचार बादाम में पोटैशियम उच्च और सोडियम निम्न मात्रा में होता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है। मैग्नीशियम की उच्च मात्रा धमनियों व रक्त शिराओं पर अच्छा प्रभाव डालती है, जिससे पोषक तत्वों का संचरण ठीक प्रकार से होता है।
वजन घटाए बादाम
मधुमेह रोगियों में बढ़ता वज़न कई और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। बादाम में अत्यधिक मात्रा में फाइबर, प्रोटीन और फैट होता है, जो भूख मिटाता है। इससे बार-बार भूख लगने की प्रवृत्ति कम की जा सकती है। बादामयुक्त “लो कैलोरी डाइट” मोटे लोगों का वजन घटाने में सहायक है। जिससे मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है।
कोलेस्ट्रॉल घटाए
कोलेस्ट्रॉल भी मधुमेह रोगियों के लिए घातक हो सकता है। बादाम मोनोसैचुरेटेड फैट्स और कुछ पोलीअनसैचुरेटेड फैट्स का अच्छा स्त्रोत है जो “लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल) को घटाता है। रोज एक मुट्ठी बादाम खाएं, और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को 8-12 फीसदी तक घटायें। कोलेस्ट्रॉल के घटने से मधुमेह होने की संभावना में भी कमी आती है।