हमारा दिमाग कैसे काम करता है? समझ गए तो जीवन में कभी परेशान नहीं होंगे
हमारा दिमाग क्या आपको पता है दिमाग कैसे काम करता है आप सोचते होंगे किस सभी का दिमाग एक जैसा होता है और कुछ लोग सोचते होंगे कि नहीं सब का दिमाग एक जैसा नहीं होता सबका दिमाग अलग अलग होता है बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनको एक दूसरे से बात करने में डर लगता है मान लीजिए छोटे से स्कूल में पढ़ाई करते हैं अगर उन्हें किसी बड़े कॉलेज में जाना हो तो उन्हें वहां के स्टूडेंट से बात करने में डर लगता है ऐसा क्यों होता है क्या आपने कभी सोचा है यह आपके अंदर का डर है बाकी कुछ नहीं है दिमाग सभी का एक जैसा होता है लेकिन सभी लोग दिमाग का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं मैं आपको एक छोटी सी कहानी बताता हूं फौरन में एक व्यक्ति को फांसी की सजा दी गई जब उसे फांसी के लिए उसकी डेट मुकर्रर किया गया डॉक्टर ने कहा क्यों ना मैं इस पर एक एक्सपेरिमेंट कर लेता हूं
डॉक्टर उसके पास गया और उससे कहा आप को तो फांसी दी जाएगी आपको तो मरना है ही अगर आप फांसी से लटक के मारेंगे तो पहले आप की रीड की हड्डी टूटेगी उससे आपको 10 से 15 मिन्ट असहनीय दर्द होगा और आपको मरना तो है ही तो क्यों ना मैं आपके साथ एक्सपेरिमेंट कर लेता हूं आपको कोबरा से डंका मरवा दूंगा कोबरा आपको डसेगा और आपकी मृत्यु हो जाएगी लेकिन मैं आपको बता देना चाहता हूंआपको दर्द थोड़ा सा होगा थोड़ा सा जैसा चींटी काटने पर होता है ज्यादा दर्द नहीं होगा तो उस व्यक्ति ने सोचा मुझे मरना तो है ही क्यों मैं इतना दर्द सहन करूँ एक सेकंड के दर्द में अगर मैं मर जाता हूं तो अच्छी बात है ना फाँसी चढ़ने वाला व्यक्ति मान गया डॉक्टर ने चेयर मंगाया और उस पर उस व्यक्ति को बैठा दिया और एक कोबरा एक व्यक्ति ने लेकर के आया दस फुट दूर कोबरा लेकर खड़ा हो गया फिर चार कदम आगे आया 5 फीट पर उसके सामने खड़ा हुआ
एक व्यक्ति सामने आया और उसके सर को काले कपड़े से ढक दिया अब जो बंदा कोबरा लिए खड़ा था दो कदम और आगे आया उसने कोबरा को छोड़ दिया अब कोबरा उसके शरीर पर चढ़ने लगा गले तक और एक दूसरा व्यक्ति आया उसने धीरे से उसके हाथ पर सुई चुभाई और उसकी मृत्यु हो गई सोचने वाली बात यह है कि जब उस व्यक्ति का पोस्टमार्टम किया गया तो उसके शरीर में पाइजन पाया गया क्योंकि दिमाग को लगा कि उसे सांप ने डसा है दिमाग जिस भी एंगल में जिस भी चीज पर टीक जाता है वह व्यक्ति वही महसूस करता है हैरान कर देने वाली बात यह है कि उस व्यक्ति को कोबरा ने काटा ही नहीं था फिर भी उसके शरीर में पाइजन पाया गया यह साइकोलॉजी है इसी को साइकोलॉजी कहते हैं