यहां एक ही मूर्ति में प्रकट होते हैं हनुमानजी और गणेश, बजरंगबली कहते हैं भावी

0 59
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

आज हम बताने जा रहे हैं उस मंदिर के बारे में जहां पवन पुत्र के साथ भगवान गणेश भी विराजते हैं। सिद्ध हनुमान मंदिर मध्य प्रदेश के शाजापुर जिला मुख्यालय से 31 किमी की दूरी पर बोलाई में स्थित है। यह मंदिर अपनी चमत्कारी शक्तियों के लिए राज्य के साथ-साथ देश भर में प्रसिद्ध है। माना जाता है कि जब भी कोई ट्रेन इस मंदिर के सामने से गुजरती है तो बोलाई के हनुमान मंदिर की गति अचानक धीमी हो जाती है। हनुमानजी का यह मंदिर बोलाई स्टेशन से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर रतलाम-भोपाल रेलवे ट्रैक के बीच स्थित है।

इससे जुड़ी मान्यता है कि इस मंदिर के सामने से गुजरने वाली ट्रेन की रफ्तार अपने आप कम हो जाती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक सालों पहले दो मालगाड़ियां रेलवे ट्रैक पर आपस में टकरा गई थीं. बाद में ट्रेन चालकों ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी हुई। उसे लगा कि कोई उसे ट्रेन की गति कम करने के लिए कह रहा है, लेकिन यह जानने के बाद भी उसने गति कम नहीं की और टक्कर हो गई। इसके बाद से यहां से जाने वाली हर ट्रेन की स्पीड कम कर दी गई है। कहा तो यह भी जाता है कि अगर कोई ड्राइवर इसका पालन नहीं करता है तो ट्रेन की रफ्तार अपने आप कम हो जाती है।

हनुमानजी भक्त को भविष्य कहते हैं

मंदिर से जुड़ी और भी कई बातें हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में आने वाले भक्त का भविष्य हनुमानजी अच्छा या बुरा बताते हैं। इस मंदिर में हनुमानजी गणेशजी के साथ विराजमान हैं। कहा जाता है कि जो भी हनुमान भक्त सच्चे मन से मंदिर आता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बता दें कि 1959 में संत कमलनयन त्यागी ने इस जगह को अपना घर बनाया था।

कहा जाता है कि इस मंदिर में बैठकर हनुमान जी भक्तों को उनके अच्छे या बुरे भविष्य की जानकारी देते हैं। जिससे श्रद्धालु सतर्क हो जाते हैं। कई लोगों का मानना ​​है कि उन्हें अपना भविष्य समझ में आ गया है। इस अनोखे रहस्य के चलते इस मंदिर के प्रति लोगों की आस्था और भी बढ़ गई है। जिससे दूर-दूर से लोग हनुमानजी के दर्शन करने आते हैं। बता दें कि लोगों के मुताबिक यह मंदिर करीब 300 साल पुराना है। इस मंदिर का निर्माण ठाकुर देवी सिंह ने करवाया था।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.