हेल्थ टिप्स: मलेरिया, डेंगू और टाइफाइड बुखार सामान्य बुखार से अलग हैं, इन्हें कैसे पहचानें
मानसून सीजन शुरू हो चुका है. वैसे तो बारिश का मौसम कई लोगों का पसंदीदा मौसम होता है, लेकिन यह मौसम अपने साथ कई परेशानियां भी लेकर आता है। एक तरफ जहां लगातार बारिश के कारण देश के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं, वहीं दूसरी तरफ इस मौसम में कई बीमारियों और संक्रमण का खतरा भी काफी बढ़ जाता है।
इस मौसम में सामान्य बुखार, मलेरिया, डेंगू और टाइफाइड जैसी बीमारियाँ काफी होती हैं। लेकिन अक्सर लोग इन बीमारियों को लेकर भ्रमित रहते हैं। ऐसे में लोगों को इन बीमारियों के बीच अंतर जानने की जरूरत है। अगर आप उन लोगों में से हैं जो अक्सर इन बीमारियों के बीच भ्रमित रहते हैं, तो हम आपको बताएंगे कि सामान्य बुखार और मलेरिया, डेंगू और टाइफाइड के बीच अंतर कैसे करें।
मलेरिया
बुखार: मलेरिया में आमतौर पर तेज बुखार होता है, जो हर 48 से 72 घंटे में होता है। बुखार के साथ ठंड लगना और पसीना भी आ सकता है।
फ्लू जैसे लक्षण: मलेरिया के लक्षण फ्लू के समान होते हैं, जैसे सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द और मतली।
ठंड लगना: मलेरिया में अक्सर गंभीर ठंड लगती है, जो 15 मिनट से एक घंटे तक रहती है।
डेंगी
तेज बुखार: डेंगू में व्यक्ति को अचानक तेज बुखार हो जाता है, जो आमतौर पर 2 से 7 दिनों तक रहता है।
गंभीर सिरदर्द: डेंगू के कारण गंभीर सिरदर्द हो सकता है, जो आमतौर पर आंखों के पीछे के क्षेत्र को प्रभावित करता है।
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द: डेंगू अक्सर जोड़ों और मांसपेशियों में गंभीर दर्द का कारण बनता है, जिसे “हड्डी तोड़ बुखार” कहा जाता है।
त्वचा पर दाने: डेंगू के कारण त्वचा पर दाने हो सकते हैं, जो बुखार शुरू होने के 2 से 5 दिन बाद दिखाई देते हैं। दाने आमतौर पर अंगों पर शुरू होते हैं और धड़ तक फैल जाते हैं।
आंत्र ज्वर
लंबे समय तक बुखार रहना: टाइफाइड बुखार एक लगातार और लंबे समय तक चलने वाला बुखार है, जो 38°C (100.4°F) से 40°C (104°F) तक हो सकता है।
कमजोरी और थकान: टाइफाइड में सामान्य कमजोरी और थकान के साथ-साथ भूख न लगना और वजन कम होना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।
पेट की समस्याएँ: टाइफाइड होने पर पेट दर्द, कब्ज या दस्त हो सकता है।
त्वचा पर चकत्ते: टाइफाइड का एक विशिष्ट लक्षण पेट और छाती पर गुलाबी चकत्ते का विकसित होना है।