शिवजी की पूजा करते समय भूलकर भी न करें इन 6 चीजों का प्रयोग
महत्वपूर्ण संग्रह- शिवजी की पूजा: हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले सभी लोग यह बात तो जानते ही होंगे कि किसी भी देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए विशेष सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है, और विशेष विधि का भी प्रयोग किया जाता है, और कुछ चीजें ऐसी भी होती है जो भगवान को बिल्कुल पसंद नहीं होती है. भगवान शिव शंकर को भांग- धतूरे का चढ़ावा तो बहुत पसंद है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो भगवान शिव को बिल्कुल भी पसंद नहीं है. तो चलिय जानते है शिवजी की पूजा करते समय हमें किन चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
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शिवजी की पूजा करते समय हमें इन चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए
1. केतकी के फूल:
शास्त्रों में बताया गया है कि केतकी के फूल ने ब्रह्मा जी के झूठ में उनका साथ दिया था जिसकी वजह से भगवान शिव उनसे नाराज हो गए थें, और उन्होने केतकी के फूल को श्राप दिया था, और कहा कि शिवलिंग पर कभी केतकी के फूल को अर्पित नहीं किया जाएगा. जिसकी वजह से शिव को केतकी के फूल अर्पित नहीं किए जाते हैं.
2. हल्दी:
दोस्तों क्या आप जानते ही की भगवान शिवजी पर हल्दी चढ़ाने की मनाही है क्योंकि शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक होता है और हल्दी स्त्रियों संबंधित वस्तु है, इसीलिए शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है.
3. शंख से जल:
शंख से जल चढ़ाना भी भगवान शिव की पूजा में वंचित रखा गया है, क्योंकि भगवान शिव ने त्रिशूल से शंखचूड़ का वध किया था, जिसके बाद उसका शरीर पूरी तरह से भस्म हो गया था, और उस भस्म से ही शंख की उत्पत्ति हुई थी. इसलिए कभी भी शंख से शिवजी को जल अर्पित नहीं किया जाता है.
4. कुमकुम या सिंदूर से:
आपने देखा होगा की सिंदूर को भी भगवान शिव पर अर्पित नहीं किया जाता है क्योंकि सिंदूर को विवाहित स्त्रियों का गहना माना जाता है, और स्त्रियां अपने पति की लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना हेतु अपनी मांग में सिंदूर लगाती हैं और भगवान को भी अर्पित करती हैं, लेकिन भगवान शिव तो विनाशक है और यही कारण है कि सिंदूर से भगवान शिव की सेवा नहीं की जाती है.
5. नारियल का पानी:
भूल से भी शिवलिंग पर नारियल का पानी अर्पित नहीं करना चाहिए, क्योंकि नियम यह है कि भगवान को चढ़ाया जाने वाला प्रसाद ग्रहण किया जाता है, लेकिन शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर जिन चीजों का अभिषेक किया जाता है उसे ग्रहण नहीं करना चाहिए. इसीलिए शिव पर नारियल का जल भूल से भी नहीं चढ़ाना चाहिए.
6. तुलसी का पत्ते:
तुलसी का पत्ते भी भगवान शिव की पूजा में शामिल नहीं किया जाता है लेकिन यह सच है की बाकी देवी-देवताओं के पूजा में तुलसी का प्रयोग किया जाता है लेकिन भगवान शिव के पूजा में इनका इस्तेमाल नहीं किया जाता है. क्योंकि भगवान शिवजी ने तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था यही कारण है कि उन्होंने स्वयं भगवान शिव को अपने अलौकिक और दैवीय गुणों वाले पत्तों से वंचित कर दिया था.
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