क्या हिमाचल प्रदेश और गुजरात के नतीजों का असर राजस्थान चुनाव पर पड़ेगा?
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर राजस्थान की राजनीति में अभी से दिखने लगा है। जहां एक तरफ सचिन पायलट के समर्थक हिमाचल में कांग्रेस की जीत और गुजरात की हार पर जोर दे रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुट इस जीत में पायलट के शामिल होने से इनकार कर रहा है.
गुजरात में सत्ता से हाथ धोने की बारी कांग्रेस की थी
पहाड़ी राज्य में कांग्रेस की सरकार बन गई है जबकि गुजरात में सत्ता से हाथ धोने की बारी कांग्रेस की है। पायलट समर्थक सोशल मीडिया पर हिमाचल प्रदेश में जीत और गुजरात में हार को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं। कुछ नेता राजस्थान की बागडोर किसी युवा नेता को देने की मांग कर रहे हैं। वहीं कुछ आरोप लगा रहे हैं कि इस जीत में सचिन पायलट की कोई भूमिका नहीं है. मोदी के गृह राज्य में कांग्रेस नहीं जीत सकी लेकिन प्रियंका गांधी जी और सचिन पायलट जय ने भाजपा अध्यक्ष नाडा के गृह राज्य में भाजपा छोड़ दी है।
कांग्रेस को भी राजस्थान की बागडोर किसी युवा नेता के हाथों में देनी चाहिए
अब समय आ गया है कि कांग्रेस भी राजस्थान की बागडोर किसी युवा नेता के हाथों में सौंप दे। ऐसा ट्वीट कांग्रेस नेता सुशील असोपा ने किया। हालांकि इस मामले को लेकर राजस्थान की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है और गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव का असर राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनाव में जरूर देखने को मिलेगा.