अद्वितीय भक्त! राम नाम से लिखी दुनिया की सबसे बड़ी किताब, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड!
एक अनोखे राम भक्त ने राम के नाम पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। सतना के राकेश साहू ने दुनिया की सबसे बड़ी राम नाम पुस्तक लिखने का दावा किया है, जिसमें 84 लाख शब्द, 3 लाख पंक्तियाँ, 8,652 पृष्ठ हैं। यह किताब 1428 मीटर लंबी है और इसका वजन 65 किलोग्राम है।
रामभगत राकेश साहू सतना में बनारसी रेस्टोरेंट चलाते हैं। उन्होंने बताया कि 2005 में दिवाली के बाद की एकादशी से उन्होंने रामनाम लिखना शुरू किया था. 13 साल बाद 2017 तक उन्होंने 84 लाख राम नाम लिखकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपनी जगह बनाई। उन्होंने कहा कि 84 लाख शब्द रजिस्टर्ड हो चुके हैं, जबकि फिलहाल 1 करोड़ शब्द पूरे कर चुके हैं.
राम की भक्ति में डूबे राकेश का दावा है कि उन्होंने 13 साल में 1 करोड़ बार राम-राम लिखा है। इसके लिए उन्होंने 1428 मीटर कागज का इस्तेमाल किया है। इसके चलते उनका नाम सबसे लंबे पेपर आर्ट में राम का नाम लिखने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। राकेश के घर का एक कमरा इस किताब से भरा हुआ है। पुस्तक को 8 खंडों में विभाजित किया गया है और अलग-अलग अलमारियों में रखा गया है। उनका दावा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी राम नाम पुस्तक है।
इस किताब का हर पन्ना खूबसूरत कलाकृतियों से सजा हुआ है, जो देखने में काफी आकर्षक है। इनमें जागरूकता संबंधी संदेश, शिवलिंग, देवी-देवताओं के श्रीयंत्र जैसी कलाकृतियां शामिल हैं। उन्हें देखने के लिए 15 राज्यों से सैकड़ों लोग आए हैं, जिनका सारा डेटा उन्होंने विजिटर बुक के जरिए संधारित किया है। इसी वजह से राकेश अपनी किताब के लिए एक म्यूजियम भी बनवा रहे हैं, ताकि लोग उनके काम को देख सकें.
84 लाख रजिस्टर्ड सहित 1 करोड़ राम-राम लिखने वाले राकेश साहू को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मानित किया है। साथ ही उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। इसके अलावा शहर की समाज सेवी संस्थाओं द्वारा भी उन्हें समय-समय पर सम्मानित किया गया है।