अजवाइन से करें कफ, बलगम, सर्दी जुकाम, गले मे ख़राश, खाँसी का इलाज
गावो मे देशी तरीके से घरेलु उपचार के लिए बहुत उपयोग किया जाता है। अजवाइन के बहुत सारे फायदे है।
1.भूख कम लगना जैसी बीमारीमे अजवाइनका सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है जिससे भूख लगने लगती है।
2.गर्भवती महिलाको प्रसवके बाद शारिरीक विकास के लिए अजवाइनका इस्तेमाल किया जाता है। इससे महिला को शारिरीक विकास होता है और कमजोरी दुर होती है।
3.सर्दीओ के मौसम मे अजवाइन का सेवन करने से कुपोषण व्यक्ति मे शरीर की कमजोरी दुर होती है। ओर शारिरीक बल बढता हे।
4.मसा भगंदरकी बिमारीमे भी अजवाइन का इस्तेमाल किया जाता है। अजवाइनको सेकके पीसकर छाशके साथ लेने से राहत होती है।
5.अजवाइनका सर्दीओमे सेवन करनेसे सर्दी-झुकाम खांसीमे राहत होती है।
6.अजवाइनका सेवन करने से रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती हे।
आयुर्वेदमे अजवाइनका महत्व
आयुर्वेद मे अजवाइन आहार को पाचन करने वाला, गरम, वायुनाशक, फेफड़े की संकोच विकास नियमन करने वाला, उत्तम, उत्तेजक, बल देने वाला, शरीर मे होने वाले सडे को दूर करने वाला, कही कुछ लग जाये तो घा मिटाने वाला,
कफ, वायुके रोग मिटाने वाला, गर्भाशयको उत्तेजित करने वाला, क्रुमिनाशक माना जाता हे।
हमारे देशमें कइ राज्यमे अजवाइन को किसान अपने खेतोमे उगाते हे।ओर अजवाइन का इस्तेमाल रसोईमे मसालेके तौर पर किया जाता है।
गावो मे अजवाइन इस्तेमाल करने का तरिका
अजवाइनको गावो मे घी और गुड के साथ लिया जाता है। पहले अजवाइन को पीसकर छोटा किया जाता हे। बाद में स्वाद अनुसार गुड लिया जाता हे। फिर एक कढाईमे घी लेकर गुड डालकर गरम करके फिर अजवाइन इसमें डाला
जाता है। ओर फिर इसका सेवन किया जाता है।