शीला दीक्षित के द्वारा किये गए ये काम, दिल्ली हमेशा करेगी याद
राजनीति की दिग्गज और सबकी प्रिय दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का शनिवार को निधन हो गया। 81 वर्षीय शीला दीक्षित लंबे समय से बीमार चल रही थीं और दिल का दौरा पड़ने से शनिवार को दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। शीला दीक्षित दिसम्बर 1998 से लेकर दिसम्बर 2013 तक 3 बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी थीं। जिसके बाद उन्होंने केरल के राज्यपाल के तौर पर भी देश की सेवा की थी। आज हम आपको शीला दीक्षित के उन 5 दमदार फैसलों के बारे में बताएंगे जिसने दिल्ली की तस्वीर ही बदलकर रख दी।
कन्नौज से पहली बार सांसद बनीं शीला दीक्षित
सन 1984 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से शीला दीक्षित पहली बार सांसद बनीं, फिर 1984 से 1989 के बीच वह केंद्रीय मंत्री भी रहीं। 1998 में वह दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त की गईं। उस समय विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त सफलता मिली थी। बाद में 1998 से लेकर 2013 तक वह दिल्ली की मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए देश की सेवा कीं। फिर 11मार्च 2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया लेकिन अगस्त 2014 में ही उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
शीला दीक्षित के 5 दमदार फैसले
दिल्ली की मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने 5 दमदार फैसले लिए- फ्लाईओवर का आधार रखा, मेट्रो की शुरुआत की, सीएनजी और दिल्ली की हरियाली, लड़कियों को स्कूल में लाने के लिए पहली बार सेनेटरी नैपकिन बंटवाया और दिल्ली में कई विश्वविद्यालय एवं ट्रिपल आईआईटी खुलवाया। इन सब का श्रेय शीला दीक्षित को ही जाता है। उन्होंने दिल्ली को आधुनिक तौर पर विकसित किया। जिसके लिए ये दिल्ली और पूरा देश उन्हें कभी भूल नहीं पायेगा।
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