बाथरूम में मोबाइल इस्तेमाल करने वालों सावधान : कैलीफोर्निया युनिवर्सिटी की वार्निंग
मोबाइल फोन को लेकर बढ़ती समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कैलिफोर्निया युनिवर्सिटी ने जनसाधारण को एक चेतावनी दी है। इस चेतावनी को मानना या फिर इसे अनदेखा करना, यह पूरी तरह हमारे ऊपर निर्भर करता है।
आज मोबाइल फोन अपनी वास्तविक जरूरतों से कई गुना ऊपर उठ गया है। सही कहा जाए तो आज के युवा वर्ग के लिए यह एक एडीक्शन (बुरी लत) बन चुका है। अधिकांश लोग अपने मोबाइल फोन को एक मिनट के लिए भी अपने से दूर नहीं रखना चाहते हैं। यहाँ तक कि वे इसे अपने बाथरूम में भी लेकर घुस जाते हैं। मोबाइल फोन को बाथरूम में ले जाने का करण चाहे जो भी हो पर यह आपको बहुत ज्यादा बीमार करने वाली आदतों में से एक है। तो आइये हम यह जानते हैं कि यह हमारे लिए हानिकारक क्यों है।
वैज्ञानिकों के अनुसार हमारे सेल फोन में पनपने वाले तीन सूक्ष्म प्रजातियों की हाल ही में पहचान की गई है। दरअसल हमारे सेल, टॉइलेट की सीटों से भी ज्यादा गंदे होते हैं। कई स्मार्ट फोन तो ऐसे होते हैं जिनमे पाई जाने वाली बैक्टीरिया के ऊपर दवा का भी कोई असर नहीं होता है। कैलिफोर्निया युनिवर्सिटी ने ऐसे दो बैक्टीरिया की पहचान की है जिनका उल्लेख आज तक नहीं हुआ है। वैज्ञानिकों के पूरे ग्रुप ने सेल फोन की स्क्रीन से इन बैक्टीरिया को हटाने के लिए रुई के स्टर्लाइज्ड टुकड़ों को नमक के घोल में मिलाकर इसे साफ किया और परिणाम सफल पाया।
दरअसल, मोबाइल फोन के ऊपर हवा के कण जाकर बैठ जाते हैं। हवा में बहुत सारे बैक्टीरिया मौजूद होते हैं और यह हमारे सेल के ऊपर जमा होते रहते हैं। हमारे सेल के कवर रबड़ के बने होते हैं और अधिक देर तक इसका इस्तेमाल करने पर मोबाइल के गर्म होने के साथ-साथ यह भी गर्म हो जाते हैं। यह गर्म रबड़ का टुकड़ा इन बैक्टीरिया के रहने का बहुत ही अच्छा अड्डा बन जाता है और वे धीरे-धीरे पनपने लगते हैं। जब आप बाथरूम में जाते हैं तो बाथरूम के बैक्टीरिया से इनका कनेक्शन होता है और वहाँ मिलने वाले वातावरण में यह तेजी से विकसित होते जाते हैं। हालांकि आपका टॉयलेट चाहे कितनी बार भी साफ किया गया हो और उसमे बैक्टीरिया की संभावना बहुत कम हो तो भी आपके सेल फोन में पनपने वाले बैक्टीरिया बाथरूम के वातवरण और जल के संपर्क से आपके लिए घातक परिणाम पैदा करते हैं। यह आपको बहुत ज्यादा बीमार कर देने वाले इन्फेक्शन उत्पन्न कर सकते हैं। इससे आपके शरीर में गैस्ट्रो और स्टेफ जैसे वायरस फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
आपके बाथरूम में कई बार बैक्टीरिया उन जगहों पर छिप जाते हैं जहाँ तक आपकी पहुँच संभव नहीं हो पाती है। जैसे ही आप निवृत होकर अपने भिंगे हाथों से या हल्के भिंगे हुए हाथों से फोन को छूटे हैं तो यह आपके सेल फोन में प्रवेश कर जाते हैं और मोबाइल फोन का पूरा एरिया उन्हे अपने अंदर विकास लाने और बहुत अधिक मात्रा में रोगाणुओं को फैलाने के लायक बना देता है।
आपने अपने हाथ अच्छी तरह से साफ कर लिया। आप काफी संतुष्ट हैं कि आपने एंटी-बैक्टीरिया वाले हैंड वॉश से अपने हाथ साफ किए हैं। लेकिन आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि आप बैक्टीरिया की पूरी दुकान अपने जेब में लिए घूम रहे हैं। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं की आप दिन में कितनी बार अपने मोबाइल फोन को टच करते हैं और कितनी बार अपने हाथ एंटी-बैक्टीरिया से साफ करते हैं।
उपाय क्या है
उपाय बहुत अधिक कठिन नहीं है। पहली बात तो यह है की आप बाथरूम में मोबाइल फोन ले जाना बंद कर दें। दिन में कम से कम दो बार अपने फोन को साबून के घोल से रुई की मदद से साफ करें। इसके लिए आप अगर नमक-पानी के घोल का इस्तेमाल करते हैं तो वह और अधिक बेहतर होगा।