अगर आपके शरीर पर भी बनते है नीले निशान, तो ये है वजह
पोषक तत्वों की कमी :-खून के थक्कों और जख्मों को भरने में कुछ विटामिन और मिनरल की अहम भूमिका होती हैं । भोजन में विटामिन K, C और मिनरल की कमी से शरीर पर नीले निशान दिखाई देने लगते हैं। विटामिन K खून को जमने में मदद करता है। साथ ही विटामिन सी स्किन और नसों में अंदरुनी चोट से बचाव करता है।
कीमोथेरेपी के कारण :-कैंसर के उपचार के दौरान कीमोथेरेपी के कारण भी शरीर पर नीले निशान दिखाई देने लगते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कीमोथेरेपी के कारण रोगी का ब्लड प्लेटलेट्स बहुत नीचे आ जाता है और इससे शरीर में नील के निशान दिखाई देने लगते हैं।
सोच-समझ कर लें दवाई :-कुछ दवाइयों और सप्लीमेंट के इस्तेमाल से भी शरीर पर ये निशान पड़ने लगते हैं। वार्फेरिन और एस्पिरिन जैसी खून को पतला करने वाली कुछ दवाइयों के कारण खून जमने से रुक जाता है। प्राकृतिक सप्लीमेंट जैसे जिन्को बिलोबा, मछली का तेल और लहसुन का अधिक इस्तेमाल भी खून को पतला कर देता है। इस कारण भी नीले निशान पड़ने लगते हैंये 9 आदतें सुधार लीजिये वरना फेल हो सकती है किडनी!।
बढ़ती उम्र भी वजह :- बुजुर्ग लोगों के हाथों के पीछे नीले निशान पड़ना बहुत ही सामान्य है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नसें कमजोर हो जाती हैं। ये निशान लाल रंग से शुरू होकर, हल्के बैंगनी और गहरे रंग के होते हुए फिर हल्के होकर गायब हो जाते हैं।