Facebook पर आप भी न करें ये गलती वर्ना हो सकती है जेल
कनाडा की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल एक भगोड़े को टेलीविजन (टीवी) चैनल को फेसबुक पर एक मैसेज करना महंगा पड़ा। उसने टीवी चैनल को यह बताया कि वह कहां रह रहा है और चैनल ने इस जानकारी को सार्वजनिक कर दी। जिसके बाद पुलिस उस भगोड़े के दरवाजे तक पहुंच गई।
27 वर्षीय जेसी डीन कोवलचुक की पश्चिमी ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में तलाश थी। जहां उसने 2015 में तीन अलग-अलग जुर्म से संबंधित अपने परिवीक्षा का उल्लंघन किया था।
जब उसने कमलूप्स में टीवी स्टेशन सीएफजेसी टुडे की वेबसाइट पर अपनी तस्वीर देखी, तो उसने समाचार शो के निर्माताओं पर तंज कसते हुए फेसबुक पर मैसेज किया और कहा कि वह पड़ोसी अल्बर्टा प्रांत की राजधानी में मौजूद है।टीवी स्टेशन के मुताबिक कोवलचुक ने लिखा था, “न्यूज फ्लैश करने वाले मूर्खों मैं एडमोंटन में हूं और वापस नहीं लौट रहा हूं।”
पुलिस को उसके छुपने की संभावित जगह के बारे में सूचित किया गया और उसे एडमोंटन में गिरफ्तार कर लिया गया, जहां वह तीन साल से रह रहा था।
संघीय पुलिस कॉर्पोरल जोडी शेलकी ने सरकारी चैनल सीबीसी से कहा, “हम वास्तव में बहुत खुश हैं कि उसने यह मैसेज भेजा कि वह अल्बर्टा में है और हम अल्बर्टा में वारंट भेज सके ताकि हम उसे वापस यहां ला सके और वह कानूनी कार्रवाई का सामना कर सके।”
मंगलवार देर रात उन्होंने कहा, “आपको एक निश्चित समय में अपने कर्मों के फल का सामना करना ही पड़ता है और इससे फर्क नहीं प़ड़ता, आप कहीं भी चले गए हों। आज नहीं तो कल पुलिस आपको ढूंढ ही निकालेगी।
आपको बता दें कि Facebook ने पिछले साल सितंबर में सुरक्षा संबंधी खामियों के चलते अपना ‘व्यू ऐज पब्लिक’ फीचर हटा लिया था, लेकिन अब इसे दोबारा लाया जा रहा है। जो लोग इस फीचर से अनजान हैं उन्हें बता दें कि यह एक प्राइवेट फीचर होता है जिसके जरिए यूजर्स यह देख सकते हैं कि उनकी प्रोफाइल किसी दूसरे यूजर की प्रोफाइल से कैसी दिखाई देती है।
यूजर इस फीचर की मदद से अपनी प्रोफाइल को ऐसे यूजर्स की नजर से देख सकते हैं जो प्लैटफॉर्म पर उनके फ्रेंड नहीं हैं। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, इसके जरिए यूजर्स को यह तय करने में भी मदद मिलेगी कि उनकी प्रोफाइल में उनकी कौन सी जानकारी सार्वजनिक रखनी चाहिए और कौन सी पर्सनल।
फेसबुक ने पिछले साल सितंबर में एक सुरक्षा खामी के कारण यह फीचर हटा दिया था जिसके जरिए एक हैकर ने इस फीचर की मदद से लगभग पांच करोड़ अकाउंट्स के टोकन चुरा लिए थे। चोरी किए गए टोकनों की सहायता से हैकर्स आकाउंट्स में जा सकते थे। इस खामी के कारण फेसबुक को लगभग नौ करोड़ यूजर्स को उनके अकाउंट्स में लॉग बैक कराना पड़ा था जिससे वे यह सुनिश्चित कर सकें कि वे सुरक्षित हैं।
सभी ख़बरें अपने मोबाइल में पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करे sabkuchgyan एंड्राइड ऐप- Download Now