टारगेट किलिंग के बाद केंद्र का फैसला, जम्मू में सीआरपीएफ के 1800 जवान तैनात किए जाएंगे
साल के पहले दिन जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हिंदू परिवारों पर हुए आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जम्मू क्षेत्र में आतंकी हमले की खुफिया जानकारी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। इसमें केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, जिसमें पुंछ और राजौरी में सीआरपीएफ की करीब 18 कंपनियां तैनात की जाएंगी, जिनमें से 10 कंपनियां दिल्ली से भेजी गई हैं. दोनों इलाकों में सेना तैनात की जाएगी ताकि दोबारा कोई हिंदू परिवार यहां निशाना न बना सके।
बता दें कि एक जनवरी को राजौरी के धंगरी इलाके में आतंकियों ने कई हिंदू परिवारों पर फायरिंग की थी. आतंकियों ने पहले परिवार से आधार कार्ड मांगा, फिर उनकी पहचान की और फायरिंग कर दी। पुलिस ने बताया कि सुबह सवा सात बजे उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डांगरी के पास हुए इस हमले में एक महिला और एक बच्चे समेत एक हिंदू परिवार के 7 लोग घायल हो गये. बाद में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य का जीएमसी राजौरी में इलाज चल रहा है। सोमवार को भी आतंकी हमला हुआ था जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई थी जबकि 5 घायल हो गए थे।
इससे पहले जम्मू पुलिस ने पीड़ित परिवारों के घर जाकर लोगों का हाल जाना। आसपास के इलाके में भी तलाशी ली। दूर रह रहे लोगों को भरोसा दिलाया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस आपके साथ है। हमारा संपर्क नंबर अपने पास रखें, अगर आपको कोई परेशानी हो या कुछ भी संदिग्ध दिखे तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकी हमले के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. एलजी ने पीड़ित परिवारों के मुआवजे और रोजगार की मांग को स्वीकार कर लिया है.