रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की ओर बढ़े ओएनजीसी के कदम, एसईसीआई से किया करार
देश की सबसे बड़ी क्रूड ऑयल प्रोडक्शन कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) अब रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में भी बड़े पैमाने पर कदम रखने की तैयारी कर रही है। ओएनजीसी ने इस संबंध में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के अनुसार ओएनजीसी और एसईसीआई गैर परंपरागत ऊर्जा क्षेत्र में ग्रीन हाइड्रोजन, सोलर विंड, सोलर पार्क, ईवी वैल्यू चेन और एनर्जी स्टोरेज से जुड़ी परियोजनाओं पर एक दूसरे का सहयोग करेंगी।
समझौते पर एसईसीआई की ओर से प्रबंध निदेशक सुमन शर्मा और ओएनजीसी की ओर से अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुभाष कुमार ने हस्ताक्षर किए हैं। इसके पहले ओएनजीसी ने भारत की पहली 200 मेगा वाट की विंड ऑफशोर पावर परियोजना पर भी काम की शुरुआत कर दी है। इस परियोजना के लिए ओएनजीसी ने एनटीपीसी के साथ मिलकर अध्ययन किया है।
ओएनजीसी का दावा है कि कंपनी कार्बन मैनेजमेंट और अपनी रिन्यूएबल एनर्जी प्रोडक्शन कैपेसिटी को बढ़ावा देने और कार्बन उत्सर्जन प्रबंधन को सुचारू तरीके से प्रभावी बनाने के लिए कार्बन न्यूट्रलिटी की दिशा में तेजी से काम कर रही है। ओएनजीसी की ओर से दावा किया गया है कि पिछले 7 साल के दौरान उत्सर्जन नियंत्रण उपायों को अपना कर कंपनी में अपने कार्बन उत्सर्जन में 13.6 प्रतिशत की कमी करने में सफलता हासिल की है। दावा किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ओएनजीसी रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में कुछ और परियोजनाओं पर जल्द ही काम शुरू कर सकती है।