माउंट आबू ने तोड़ा 28 साल का ठंड का रिकॉर्ड, लद्दाख से भी ज्यादा ठंडा
उत्तर भारत के लोग इस समय हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बेहाल हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, बिहार और हरियाणा के लोग जहां कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं, वहीं राजस्थान में लोग आज कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं. ठंड इतनी होती है कि लद्दाख और मनाली भी पीछे छूट जाते हैं। राज्य के माउंट आबू में सर्दी ने 28 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां न्यूनतम तापमान माइनस 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे पहले साल 1994 में माउंट आबू में 12 दिसंबर को तापमान माइनस 7.4 डिग्री पर पहुंच गया था।
चार दिन और कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक आबू में हाड़ कंपा देने वाली ठंड का अनुमान जताया है। न्यूनतम तापमान माइनस से ऊपर रहेगा जबकि 19 जनवरी के बाद तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे लोगों को ठंड से आंशिक राहत मिलेगी। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि माउंट आबू में सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। माउंट आबू ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां सबसे कम तापमान का अनुभव होता है।
अगले 3 दिन शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में 3 दिन तक न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रह सकता है, शीतलहर जारी रहेगी, कोहरे के कारण लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा. मौसम विभाग के अनुसार 16, 17 व 18 जनवरी को शीतलहर का प्रकोप रहेगा जबकि 19, 20 व 21 जनवरी को घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इस बीच, दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख स्टेशनों पर तापमान 3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस को छू सकता है।
जम्मू-कश्मीर से लेकर हिमाचल तक बर्फबारी से राहत मिलेगी, लेकिन अगले तीन दिन और रात कड़ाके की ठंड होगी। मौसम विभाग के मुताबिक 19 जनवरी तक उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के कई शहरों का तापमान शून्य से नीचे जा सकता है. 20 जनवरी के बाद ठंड से आंशिक राहत मिलने की संभावना है। 23 से 24 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश की संभावना है।