एयरलेस टायर्स : टायर फटने और पंचर होने की टेंशन को अब बाय-बाय कहें!, जानिए इसके फीचर्स के बारे में
समय के साथ कई चीजें बदलती हैं। ठीक उसी तरह हम कार के टायरों में कई तरह के बदलाव देख रहे हैं। जिसका असर हमारे वाहन पर भी पड़ रहा है। इस समय वाहनों में ट्यूबलेस टायर का प्रयोग हो रहा है।
जिसकी खासियत यह है कि ये जल्दी खराब नहीं होते और पंचर होने के बाद भी लंबी दूरी तक चलाए जा सकते हैं। लेकिन अब कंपनियों ने इससे एक कदम आगे टायर बनाना शुरू कर दिया है। इसे हवा से भरने की जरूरत नहीं है और यह कभी भी पंचर नहीं होता है। इन टायरों को वायुहीन टायर कहा जाता है।
वायुहीन (Airless)टायर क्या हैं?
आपको बता दें कि वायुहीन टायर ऐसे टायर होते हैं जिनमें हवा भरने की जरूरत नहीं होती है। इन टायरों को रबर स्पोक्स और बेल्ट का उपयोग करके डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही फाइबर का उपयोग करके वाहन के वजन को सहन करने के लिए अंदर से बहुत मजबूत बनाया गया है। यह टायर कभी फटता नहीं और कभी पंक्चर नहीं होता। जिससे हादसों को रोकने में काफी मदद मिलती है।
इसके बारे में क्या खास है?
टेस्ला अपनी कारों में इसी तरह के टायरों का इस्तेमाल करती है। टायर विशेषज्ञों का मानना है कि ये टायर काफी लंबे समय तक चलते हैं। इससे सड़क पर होने वाले हादसों में कमी आती है।
वायुहीन टायर के नुकसान?
अब टायर बनाने वाली कंपनी इसके कई फायदे बता रही है। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। क्योंकि जितनी चीजों के फायदे होते हैं, उतने नुकसान भी होते हैं। इससे वाहन के माइलेज पर असर पड़ सकता है।